हरिद्वार। सिडकुल क्षेत्र में अचानक गायब हुए नवयुवक की गुमशुदगी के मामले ने सनसनीखेज मोड़ ले लिया। हरिद्वार पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाते हुए न केवल युवक की हत्या का खुलासा किया, बल्कि शव भी जंगल से बरामद कर लिया। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने संदिग्धों की कड़ी पड़ताल और जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक की तलाश जारी है। हत्या की वजह अवैध संबंधों और लालच से जुड़ी बताई जा रही है। दिनांक 16 जनवरी को ब्रह्मपुरी रावली महदूद निवासी शीशपाल ने थाना सिडकुल में अपने भाई तेजपाल के 12 जनवरी से लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। मामला एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने इसे बेहद गंभीरता से लिया और पुलिस टीम को तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सिडकुल पुलिस ने लापता युवक से जुड़े हर पहलू की गहन जांच की। दोस्तों, रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ के साथ-साथ मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स का भी विश्लेषण किया गया। इस दौरान कई संदिग्ध जानकारियां सामने आईं, जिनके आधार पर पुलिस ने राहुल और मोहित नामक दो युवकों को हिरासत में लिया।
गहन पूछताछ में आरोपियों ने तेजपाल की हत्या कर शव जंगल में फेंकने की बात कबूल की।आरोपी राहुल ने बताया कि तेजपाल और वह सिडकुल स्थित ओमेगा प्रिंट कंपनी में साथ काम करते थे। तेजपाल का राहुल के घर आना-जाना था और इस दौरान वह राहुल की पत्नी से बातचीत करने लगा। राहुल को तेजपाल की पत्नी पर गलत नजर का शक हुआ, जिसके चलते उसने तेजपाल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। राहुल ने अपने साले मोहित और दोस्त रोहित को इस साजिश में शामिल किया। उसने तेजपाल को ब्याज पर पैसे देने का लालच दिखाया और कहा कि उसकी हत्या के बाद उन्हें बड़ी रकम हाथ लगेगी। लालच में आकर दोनों तैयार हो गए और तीनों ने मिलकर तेजपाल की हत्या कर दी। शव को बीएचईएल के जंगल में फेंक दिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने जंगल से शव बरामद कर लिया। इस दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने खुद मौके पर पहुंचकर जांच की। एसएसपी ने कहा, “किसी भी परिवार के लिए एक युवा सदस्य का अचानक लापता होना बेहद गंभीर मामला है। सिडकुल पुलिस की मेहनत और गहन जांच से इस हत्याकांड का खुलासा हुआ है। पूरी टीम बधाई की पात्र है।









