
हल्द्वानी। विगत दिनों कुमाऊं टेंट के गोदाम में हुए अग्निकांड के बाद टेंट एसोसिएशन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष दाऊ दयाल अग्रवाल ने प्रेस वार्ता कर व्यापारियोें का पक्ष रखा। महानगर टेंट व्यापार एसोसिएशन के तत्वावधान मे जगंदबा नगर स्थित एक बेंकट हाल में प्रदेश अध्यक्ष दाऊ दयाल अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने पीड़ित व्यवसायी गिरीश हेड़िया के गोदाम का निरीक्षण किया। उन्होंने हादसे में मृतकों के प्रति शोक जताते हुए उनके परिजनों को सांत्वना दी। कहा कि इस हादसे के बाद टेंट हाउस में लगी आग की जांच निष्पक्ष रूप से की जाय। उन्होंने कहा कि अग्निशमन के उपकरणों की आड़ में उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उनका कहना था कि अग्निशमन के उपकरण व्यापारी द्वारा गोदाम में न रखकर कार्यालय में रखे हुए थे। साथ ही उन्होंने अग्निशमन विभाग पर आरोप जड़ते हुए कहा कि विभाग को हादसा होने के बाद ही जांच की जरूरत पड़ती है। होना तो यह चाहिए था कि विभाग द्वारा समय-समय पर इसके लिए जागरूकता शिविर लगाने चाहिए जिससे लोगों को इसे चलाने में आसानी हो।
महानगर टेंट व्यापार अध्यक्ष हर्षवर्द्धन पांडे ने कहा कि एक तो सीजन पास है और उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। वहीं कैंप लगाकर अग्निशमन विभाग से सामूहिक एनओसी बनाये जायें। इधर कुमाऊं टेंट हाउस के गिरीश हेड़िया ने विभागीय कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि हादसे के बाद ही अग्निशमन विभाग को जांच की याद आई। उन्होंने अग्निशमन विभाग को उकपरणों को चलाने के लिए प्रशिक्षण देने की मांग की जिससे उनके कर्मचारियों को भी इनकी जानकारी मिलेगी। बैठक में कुमाऊँ मंडल अध्यक्ष जितेंद्र पाल सिंह, बैंकट एसोसिएशन अध्यक्ष धीरज पांडे, नगर महामंत्री लक्ष्मण सिंह बिस्ट, उपाध्यक्ष मनोज कपिल, कोषाध्यक्ष चंदन साह, प्रचार मंत्री सोनू केसरवानी, संगठन मंत्री दिनेश तिवाड़ी, संरक्षक हरजीत सिंह सच्चर, विमल तोलिया, भगवती प्रसाद जोशी, भुवन जोशी, राजू चैहान, जगदीश जोशी आदि मौजूद रहे।

आसान पहुंच में होने चाहिए अग्निशमन यंत्र हल्द्वानी। अग्निशमन यंत्रों के रखरखाव के प्रति गंभीर नहीं होने पर इसका नतीजा भुगतना पड़ता है। लापरवाही का आलम यह होता है ये उपकरण कार्यालय में शो पीस के रूप में सजे रहते हैं। जहां आग लगने की घटनाएं होने की आशंका रहती है वहां से ये उपकरण नदारद दिखते हैं। दूसरी बात यह है कि इन यंत्रों को चलाने के लिए लोगों को प्रशिक्षित भी करना चाहिए। इसके लिए संबंधित प्रतिष्ठान और अग्निशमन विभाग अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकते हैं। इधर पत्रकारों द्वारा अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता पर सवाल पूछने पर टेंट एसोसिएशन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष दाऊ दयाल अग्रवाल ने कहा कि अग्नि शमन यंत्र थे, लेकिन वह गोदाम में मौजूद न होकर वह कार्यालय में थे।
