किच्छा। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जनपद के किच्छा में हुए जघन्य हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में को आपरेटिव सोसाइटी के पूर्व चेयरमैन समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीएस ने किच्छा थाना में इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि विगत छह अक्टूबर को प्राग फार्म के पास नाले से एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। मृतक के शव को बुरी तरह से धारदार हथियार से काटा गया था। मृतक की पहचान शंभू दफादार निवासी रेलवे कालोनी, किच्छा के रूप में हुई थी। मृतक की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना का खुलासा करने के लिये चार टीमों का गठन किया गया।
चारों टीमों के आपसी सामंजस्य व काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस जघन्य हत्या के आरोप में किच्छा कॉपरेटिव सोसाइटी के पूर्व चेयरमैन कृष्ण कुमार सिंह उर्फ बाबू सिंह निवासी वार्ड नंबर-4 बंडिया, किच्छा समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में बाबू सिंह के अलावा उसका नौकर राकेश कोली, सेमल विश्वास निवासी खुर्पिया गेट नंबर-1, किच्छा, बीरेन्द्र पाल निवासी गनौरी, थाना जहानाबाद, पीलीभीत, उप्र, हाल निवासी खुर्पिया गेट नंबर-1, किच्छा शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले की तह में जाने के लिये 50 सीसीटीवी कैमरे व 40 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की। पुलिस ने जांच के आधार पर आये तथ्यों के आधार पर बाबू सिंह के नौकर राकेश कोली से पूछताछ की। पता चला कि बाबू सिंह अपने खेत को चोरों व जानवरों से बचाने के लिये रात में ट्रांसफार्मर से सीधे 11000 बोल्ट का करंट डाल देता था।
मृतक शंभू घटना के दिन जंगल में लकड़ी लेने गया था और इसी दिन प्राग फार्म के आसपास पीआरडी जवानों ने शराब तस्कर के आरोप में दो लोगों को रोका। इनमें से एक जगंल की ओर भाग गया था जबकि दूसरा प्राग फार्म से सटे धान के खेतों में छिप गया था। पुलिस को राकेश कोली ने बताया कि घटना के दिन एक व्यक्ति बाबू सिंह के खेत में करंट की चपेट में आ गया था। इस घटना की जानकारी जब बाबू सिंह को मिली तो राकेश कोली, सेमल विश्वास व वीरेन्द्र पाल ने तेजधार हथियार से अधमरे व्यक्ति के दोनों पांव काट दिये और शव को पास के नाले में फेंक दिया। बाद में शव की शिनाख्त शंभू दफादार के रूप में हुई। पुलिस को पता चला कि शंभू घटना के दौरान जंगल से लकड़ी लेकर आ रहा था और पीआरडी जवानों के डर से बाबू सिंह के खेत में छिप गया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार व अन्य सामान भी बरामद कर लिया। मंजूनाथ ने बताया कि आरोपियों में सेमल विश्वास का आपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ बरेली व किच्छा में कुल सात मामले दर्ज हैं।