
देहरादून। उत्तराखंड को 2025 में ड्रग मुक्त कराने के लिए जहां सीएम पुष्कर सिंह धामी अभियान चला रहे हैं, वहीं इसे पलीता लगाने में तथाकथित सफेदपोश कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जी हां, एक ऐसा ही मामला चंपावत जिले के देवीधुरा में देखने में आया। यहां नैनीताल जिले के ओखलकांडा क्षेत्र के एक पूर्व बीडीसी सदस्य राजेंद्र सिंह बोरा को चरस की तस्करी में गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने उसके कब्जे से 2 किलो 479 ग्राम चरस बरामद की गयी। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि सीओ एसटीएफ कुमाऊं सुमित पांडे एवं प्रभारी निरीक्षक एएनटीएफ पावन स्वरुप के नेतृत्व में एएनटीएफ टीम ने आरोपी राजेंद्र सिंह बोरा निवासी ग्राम सुरंग थाना खन्सयूं को डिग्री कॉलेज तिराहा रोड देवीधुरा के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से 2 किलो 479 ग्राम चरस बरामद की गई। चरस की कीमत लगभग 12 लाख बतायी जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी पिछले कई सालों से उत्तराखंड में चरस की सप्लाई कर रहा था। गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया गया कि वह यह चरस अपने ससुराल में भांग की खेती कर पौधों से निकालकर उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्र में बेचने जा रहा था। उसके खिलाफ थाना देवीधुरा, जनपद चंपावत में एनडीपीएस में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह पूर्व में सुरंग क्षेत्र से बीडीसी सदस्य रह चुका है। एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि कुमाऊं यूनिट ने वर्ष 2023 में अब तक 27 किलो 412 ग्राम चरस बरामद कर 6 आरोपियों, 7 किलो 915 ग्राम अफीम बरामद कर 4 आरोपियों तथा 1 किलो 391 ग्राम स्मैक बरामद कर पांच आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। एएनटीएफ टीम में निरीक्षक पावन स्वरूप, एसआई विपिन चंद्र जोशी, एएसआई जगबीर शरण, कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह चैहान, जितेंद्र कुमार, अमरजीत सिंह, इसरार अहमद शामिल रहे।
