
- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक, सभी विभागों को दिए सख्त निर्देश, 10 जून तक तैयारियों की मांगी रिपोर्ट
नैनीताल। मानसून पूर्व आपदा प्रबंधन की व्यापक तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चा संभाल लिया है। जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में सभी संबंधित विभागों को सख्त निर्देश दिए गए कि मानसून से पहले सभी जरूरी इंतजाम समयबद्ध तरीके से पूरे कर लिए जाएं। जिलाधिकारी ने चेताया कि लापरवाही या ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में निर्देशित किया गया कि जिले की सभी प्रमुख और ग्रामीण सड़कों की नालियों, स्कबर और कलमठ की सफाई 10 जून तक पूर्ण कर ली जाए, जिसकी निगरानी स्वयं उप जिलाधिकारी और तहसीलदार करेंगे। सड़क निर्माण एजेंसियों को संवेदनशील मार्गों पर जेसीबी, पोकलैंड, लोडर मशीनें ऑपरेटरों सहित तैनात करने के आदेश दिए गए हैं। इन मशीनों की GPS मैपिंग और ऑपरेटरों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा किए जाएंगे ताकि आपात स्थिति में संपर्क आसान हो सके।
जिलाधिकारी ने दूरस्थ इलाकों जैसे चोरगलिया, चुकम और हैड़ाखान में राशन, दवा और चिकित्सा सुविधाएं समय से मुहैया कराने के लिए विशेष योजना बनाने को कहा। वहीं आपदा की स्थिति में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ठोस तैयारी करने और जरूरी उपकरण पहले से ही थानों व तहसीलों में दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग को मानसून से पहले सभी स्कूल भवनों की छतों की जांच और मरम्मत करने के आदेश दिए गए, वहीं पेड़ों से खतरे वाले विद्यालय परिसरों में कटाई की कार्रवाई को प्राथमिकता देने को कहा गया। विद्युत विभाग को ट्रांसफॉर्मर, तार और पोल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर मानसून में आपूर्ति सुचारु रखने को कहा गया। शहरी क्षेत्रों में नालियों की सफाई पर भी विशेष जोर देते हुए नगर निकायों को चेतावनी जारी की गई है। हल्द्वानी नगर निगम को 10 दिन के भीतर सभी नाले साफ कराने के निर्देश दिए गए। खुद डीएम ने बैठक के दौरान पार्षदों से फोन पर सफाई कार्यों की जानकारी भी ली।
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी पर भी जिलाधिकारी ने गहन समीक्षा करते हुए सभी 108 एंबुलेंस, विभागीय वाहन और दवा स्टॉक तैयार रखने के आदेश दिए। साथ ही सिंचाई विभाग को बाढ़ नियंत्रण के लिए सभी जरूरी कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों से अपने क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की प्रगति रिपोर्ट तात्कालिक रूप से मांगी है और किसी भी आपदा की स्थिति में सेना व अर्धसैनिक बलों से समन्वय स्थापित करने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। बैठक में भेजे गए विभिन्न विभागों के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनमें स्कूलों की छत मरम्मत, नालों की सफाई और जलधाराओं की सुरक्षा के कार्य शामिल हैं।
बैठक में डीएफओ चंद्रशेखर जोशी, एडीएम फिंचा राम चौहान, एसपी जगदीश चंद्र समेत समस्त उप जिलाधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।