- एसएसपी डोबाल की नेतृत्व क्षमता और हरिद्वार पुलिस की मेहनत रंग लाई
हरिद्वार। रुड़की में महिला की हत्या का रहस्यमय मामला पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर सुलझा लिया। 54 वर्षीय मृतका रेखा की हत्या के पीछे कर्ज में डूबी रुबीना नामक महिला का हाथ निकला। आरोपी ने कर्ज के बोझ और तकादा करने वालों के दबाव से तंग आकर इस घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद पुलिस की टीम ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर मामले का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक, घटना 25 नवंबर को रुड़की के सत्ती मोहल्ला इलाके में हुई थी। मृतका का लहूलुहान शव उसके घर से बरामद हुआ था। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि रेखा ब्याज पर पैसे देने का काम करती थीं। आरोपी रुबीना मृतका के पास ब्याज पर पैसे लेने के बहाने से आती थी। इसी दौरान उसने मृतका को अकेला पाकर लोहे की पाइप रिंच से वार कर उसकी हत्या कर दी।
रुबीना, जो मच्छी मोहल्ला रुड़की में रहती है, खुद को ब्याज पर पैसे दिलाने का बिचौलिया बताती थी। उसने चार बैंकों से लोन ले रखा था और महिलाओं के समूह को अपनी जिम्मेदारी पर लोन दिलाने का काम करती थी। एक महिला की आईडी पर लिया गया लोन चुकाने का दबाव और अन्य कर्ज के कारण रुबीना ने यह खौफनाक कदम उठाया। घटना वाले दिन, रुबीना पैसे लेने के बहाने मृतका के घर पहुंची। बातचीत के दौरान उसने मौका देखकर रिंच से हमला कर रेखा को मार डाला और उसके गहने और 10,000 रुपये लेकर फरार हो गई। पुलिस टीम ने क्षेत्र में लगे 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और संदिग्धों की सूची तैयार की। जांच के दौरान रुबीना की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। पूछताछ में वह पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे पाई और अपराध स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने रुबीना के पास से मृतका के गहने और नकद 10,000 रुपये बरामद किए। इसमें सोने की चेन, अंगूठियां, झुमके, बिछुए और अन्य आभूषण शामिल हैं। साथ ही हत्या में इस्तेमाल पाइप रिंच भी बरामद किया गया। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने पुलिस टीम की तारीफ करते हुए 5,000 रुपये इनाम की घोषणा की। पुलिस टीम में सीओ रुड़की नरेंद्र पंत, एसएचओ नरेंद्र सिंह बिष्ट और अन्य पुलिस अधिकारियों की अहम भूमिका रही। उनकी मेहनत और सटीक जांच से यह ब्लाइंड केस 72 घंटे के भीतर सुलझा लिया गया।