देहरादून। चमोली जनपद के थराली क्षेत्र में शुक्रवार देर रात आई आपदा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश और मलबे के बीच फंसे लोगों की जान बचाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी और आईटीबीपी की टीमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। सीएम धामी स्वयं हालात की लगातार निगरानी कर रहे हैं और मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन व आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन से हर पल का अपडेट ले रहे हैं। शनिवार सुबह मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी से हालात की जानकारी ली। उन्होंने पेयजल, बिजली, संचार सेवाओं की तत्काल बहाली और प्रभावित परिवारों के लिए सुरक्षित ठिकाने, भोजन और चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आपदा में अब तक एक युवती का शव बरामद हुआ है, जबकि एक अन्य व्यक्ति की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि सरकार इस संकट की घड़ी में थराली की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।जिलाधिकारी संदीप तिवारी स्वयं मौके पर मौजूद रहकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल व बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जबकि 10 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रशासन ने थराली, देवाल और नारायणबगड़ के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है और 150 से अधिक प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी अतिरिक्त एंबुलेंस, चिकित्सक टीमों और जीवन रक्षक दवाओं के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डाल दिया है। वहीं मौसम साफ होते ही हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाने की योजना है। मुख्यमंत्री धामी ने जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील करते हुए स्थानीय प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में पूरी ताकत झोंकने के निर्देश दिए हैं।














