हल्द्वानी एैक्सप्रेस न्यूज़/देहरादून/नैनीताल। उत्तराखंड में पिछले 36 घण्टों में अतिवृष्टि और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वायु तथा सड़क मार्ग से दौरा करने के बाद आपदा में मारे गये लोगों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक राहत देने की घोषणा की। श्री धामी ने इस दौरान प्रभावित को भवन क्षति, पशुधन क्षति आदि पर भी मानकों के अनुरूप सहायता राशि जल्द दिए जाने का आश्वासन दिया। सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फोन पर राज्य की वर्तमान स्थिति पर चर्चा के बाद श्री धामी ने पूर्वाहन मे सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम जाकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए भी स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गढ़वाल तथा कुमांऊ क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया तथा रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से यात्रा व्यवस्थाओं तथा विभिन्न स्थानों पर रूके यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पीडितों के साथ ही यात्रियां को हर संभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने बन्द मार्गो को खोलने के भी जिलाधिकारी को निर्देश दिये।
दोपहर बाद मुख्यमंत्री श्री धामी ने एक बार फिर कुंमाऊ क्षेत्र के रामनगर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज आदि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर पंतनगर एयरपोर्ट पर जिलाधिकारी के साथ एयर फोर्स, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यो के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रूद्रपुर संजयनगर खेड़ा में उत्पन्न जल भराव की स्थिति का जायता लिया तथा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व रहने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है, उनके आश्रितों को चार लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और कहा कि सरकार द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक दैवीय आपदा है, इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जायेगा। उन्होंने बचाव मे लगे एनडीआरएफ, पुलिस के जवानों का हौसला भी बढ़ाया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से हल्द्वानी पहुंचे तथा अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए गोला नदी पुल का निरीक्षण किया तथा नदी से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें भी सुनी। मुख्यमंत्री ने पीडितों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
सर्किट हाउस, काठगोदाम में मुख्यमंत्री ने जनपद नैनीताल के अधिकारियों के साथ जनपद में आपदा से हुए नुकसान आदि की समीक्षा की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में पूरे मनायोग एवं तत्परता के साथ सम्पादित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर पीडित की मदद करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस सम्बन्ध में कोई कोताही न बरती जाय।
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