हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/हल्द्वानी। उत्तराखंड में चुनावी बिसात बिछ गयी है। सभी राजनीतिक दल अपने हिसाब से मोहरे बिछाने में लगे हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक बार फिर नमो मंत्र का सहारा है। देहरादून की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी 30 दिसंबर को कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी आने वाले हैं। यहां से वह पहाड़ एवं तराई दोनों पर एक साथ निशाना साधने की कोशिश करेंगे। चुनावों के लिहाज से प्रधानमंत्री मोदी की उत्तराखंड की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले वह इसी महीने की शुरूआत में देहरादून में सिंह गर्जना कर चुके हैं और देहरादून एवं हरिद्वार जनपदों की 21 विधानसभा सीटों के अलावा गढ़वाल की 20 सीटों पर निशाना साध चुके हैं। तब दावा किया जा रहा था कि प्रधानमंत्री की रैली में एक लाख लोगों ने प्रतिभाग किया। भाजपा ने तब इसे संजीवनी के रूप में लिया था।
कुमाऊं के हल्द्वानी में होने वाली 30 दिसंबर की जनसभा को लेकर पुष्कर सिंह धामी की सरकार बेहद उत्साहित है। प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर भाजपा सरकार एवं संगठन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। यहां भी एक लाख लोगों के जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये कार्यकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के दायित्व सौंपे गये हैं।
जहां तक प्रधानमंत्री की जनसभा का सवाल है भाजपा इसे अमोघ अस्त्र मान रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाकर सत्ता की दहलीज तक पहुंचाया था। तब विपक्षी चारों खाने चित्त हो गये थे। भाजपा ने 70 में से 57 सीट जीतकर अभी तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की। सत्तारूढ़ कांग्रेस मात्र 11 सीटों पर सिमटकर रह गयी थी। अन्य दलों का खाता भी नहीं खुल पाया था। दो सीटें निर्दलीयों के खातों में गयीं। यहां तक कि कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज धराशायी हो गये। निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत को मोदी लहर में हरिद्वार एवं किच्छा दोनों सीटों से बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा।
आज पुष्कर सिंह धामी के सामने कई चुनौतियां हैं। महंगाई के साथ ही सरकार की एंटी इंकबेंसी व तीन-तीन मुख्यमंत्रियों को बदलने का सेहरा भी उनके सिर पर फूटेगा। बेरोजगारी व कोरोना के चलते प्रदेश के विकास यात्रा में आयी रूकावट से भी उन्हें दो-चार होना पड़ेगा।
ऐसे में आज भी भाजपा को प्रधानमंत्री मोदी का सहारा है। भाजपा नेताओं को उम्मीद है कि मोदी मैजिक एक बार फिर चलेगा और वह तराई की नौ विधानसभा सीटों के साथ ही कुमाऊं की 29 सीटों पर अपना जलवा बिखेरेंगे और जनता को फिर भाजपा के पक्ष में वोट करने में सक्षम होंगे। यही कारण है कि मुख्यमंत्री धामी समेत अन्य नेता अपनी जनसभाओं में प्रदेश सरकार की उपलब्धता गिनाने के बजाय नमो का जाप अधिक करने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी अपनी हल्द्वानी यात्रा के दौरान कुछ बड़ी विकास परियोजनाओं की नींव भी रखेंगे। खासकर रूद्रपुर में बनाये जाने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की सेटेलाइट शाखा का शिलान्यास, जमरानी बांध का निर्माण और हल्द्वानी रिंग रोड के निर्माण के साथ ही कुमाऊं के लिये कुछ बड़ी योजनाओं की घोषणा भी कर सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा भाजपा और धामी सरकार के लिये किसी रामबाण से कम नहीं होगी।
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