देहरादून। आईएसबीटी परिसर में एक नाबालिग बालिका के साथ हुए दुष्कर्म मामले में दून पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 250 पन्नों की चार्जशीट स्पेशल कोर्ट में दाखिल कर दी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य एकत्रित किए हैं और फास्ट ट्रैक कोर्ट में जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए सख्त पैरवी की जाएगी। 17 अगस्त 2024 की रात एक नाबालिग के साथ बस में दुष्कर्म की सूचना बाल कल्याण समिति के सदस्य ने पटेलनगर थाना में दी। घटना के अगले ही दिन 18 अगस्त को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए 19 अगस्त को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया। 20 अगस्त को एसआईटी की एक टीम दिल्ली भेजी गई, जहां कश्मीरी गेट बस अड्डे और दिल्ली-देहरादून मार्ग से संबंधित सीसीटीवी फुटेज और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए गए।
पीड़िता ने 21 अगस्त को अदालत में अपने बयान दर्ज कराए, जिसमें उसने यह भी बताया कि अन्यत्र भी उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित राज्य को जीरो एफआईआर भेजी गई। पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर घटना से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य उनके घर से जुटाए गए।विवेचना के दौरान कुल 35 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। 2 सितंबर को पीड़िता और चश्मदीद गवाह की उपस्थिति में आरोपियों की पहचान परेड कराई गई, जिसमें सभी अभियुक्तों की पहचान हुई। इस पूरे मामले से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य सीएफएसएल चंडीगढ़ और विधि विज्ञान प्रयोगशाला पंडितवाड़ी भेजे गए हैं। घटना से जुड़े सभी साक्ष्यों को संकलित कर 250 पन्नों की चार्जशीट अब फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रस्तुत की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिलाने के लिए ठोस पैरवी की जाएगी।