हल्द्वानी। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सुशीला तिवारी अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विगत दिनों सड़क हादसे में घायल हुए हरियाणा के पर्यटकों का हाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री ने घायलों को हर संभव इलाज करने और उनके बेहतर इलाज के निर्देश दिए। उन्होंने प्राचार्य डा. अरूण जोशी को अस्पताल में भर्ती मरीजों के इलाज में कोताही न बरतने के निर्देश दिए। इधर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि आयुष्मान भव कार्यक्रम के दौरान राज्य मेें लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अभियान चलाया गया जिसमें लगभग 62 लाख लोगों के आभा कार्ड बनाए गए। वहीं उत्तराखंड सरकार को आयुष्मान कार्ड में उल्लेखनीय सफलता के लिए दो मेडल भी मिले हैं। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड अंगदान के मामले में तेलंगाना के बाद दूसरे और ब्लड डोनेशन में प्रथम स्थान पर है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में 600 गांव शत प्रतिशत आयुष्मान गांव बन चुके हैं। इन गांवों को 1000 तक करने का लक्ष्य है। वहीं उन्होंने उत्तराखंड में 800 से अधिक गांवों के टीबी मुक्त होने का दावा करते हुए 1000 गांवों तक ये लक्ष्य पूर्ण करने की आशा जताई। इधर बीते दिनों गरूड़(बागेश्वर) के एक बच्चे का न्यूरो सर्जरी विभाग और एनस्थीसिया विभाग में समन्वय की कमी के कारण बच्चे की मौत के मामले में पूछने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसकी जांच अपर चिकित्सा सचिव नमामि बंसल को सौंपी गई है। टीवी की सीबी नेट और टूरू की जांच कुमाऊं में नहीं होती है। इस मामले में सीएमओ भागरीथी जोशी ने कहा कि मशीन उपलब्ध है, लेकिन उसकी चिप नहीं होने के कारण उसकी जांच नहीं हो पा रही है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने तुरन्त संज्ञान लेकर सीएमओ को आदेश कर हल्द्वानी में इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस दौरान राज्य राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, संदीप कुकसल, मौजूद रहे। इसके अलावा अपर स्वास्थ्य सचिव नमामि बंसल, सीएमओ भागीरथी जोशी, प्राचार्य अरुण जोशी, एमएस गोविंद सिंह तीतियाल शामिल रहे।