
संवाददाता- अरक़म सिद्दीकी
हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/हल्द्वानी। शहर के सबसे पुराने अतिक्रमण को हटाने को लेकर एक बार फिर प्रशासन को याद आ गयी है। इस बार शायद इसे अमलीजामा पहना भी दिया जाए मगर सवाल यह है कि आखिर अतिक्रमणकारियों को यहां से हटाने के बाद इन लोगों को कहा बसाया जाएगा जी हां हम बात कर रहे हैं गफूर बस्ती, ढोलक बस्ती की जो रेलवे की भूमि से सटा है और सालों से रेलवे इन्हें हटाने की कवायद कर रहा है मगर हर बार यह मुद्दा जिन्न की तरह बोतल से बाहर आता है और फिर कुछ दिन के हंगामे के बाद वापस बोतल में कैद हो जाता है एक बार फिर इस अतिक्रमण को हटाने को लेकर बैठकों का दौर चल निकला है इन बस्ती निवासियों में अपना आशियाना उजड़ने को लेकर चिंता व्याप्त है।

यहां का हर बाशिंदा चिंता में है कि आखिर वह अपने परिवार को लेकर कहां जाएगा, क्या रोजगार करेगा, बच्चों की शिक्षा का क्या होगा..क्या उनका पुर्नवास किया जाएगा..जैसे तमाम प्रश्नों को लेकर एक दूसरे से अपनी बात साझा करते नजर आ रहे हैं शनिवार को जब मीडिया कर्मी यहां पहुंचे तो उनका दुख छलक आया, लोगों ने आरोप लगाया कि यहां निवासी सभी परिवारों के पास आधार कार्ड से लेकर राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, बिजली और पानी का वैध कनैक्शन तक है फिर वे लोग अतिक्रमणकारी कैसे हुए, वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें तो यह तक नहीं पता है कि जिस क्षेत्र में वह रहते हैं वो निगम क्षेत्र है या रेलवे की भूमि है। उन्होंने कहा कि निगम और रेलवे पहले खुद अपने क्षेत्र का सीमांकन कर ले तब हमें हटाने की कार्रवाई करे। बहरहाल बस्ती के लोगों का दो टूक कहना है कि हमें हटाने से पहले अन्यत्र बसाने के लिए भी प्रशासन को सोचना होगा।

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