देहरादून। पटेलनगर क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़े एक बड़े विवाद ने खूनी मोड़ ले लिया, जब यमुनोत्री विहार फेस-2 चंद्रबनी में किराए के मकान में 42 वर्षीय मंजेश कुमार की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इस जघन्य हत्याकांड का मास्टरमाइंड वही व्यक्ति निकला, जिसे कभी मृतक ने हत्या के लिए सुपारी दी थी। पुलिस ने घटना में शामिल दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की पूरी परतें खोल दी हैं। घटना का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय कुमार ने बताया कि मृतक मंजेश और मुख्य आरोपी संजय उर्फ फौजी प्रॉपर्टी डीलिंग के पार्टनर थे। प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी को लेकर हुए विवाद ने दोनों के रिश्ते में दरार डाल दी। मंजेश ने अपने साथी अर्जुन को संजय की हत्या करने की सुपारी दी थी। लेकिन अर्जुन ने यह बात संजय को बता दी। इसके बाद संजय ने अर्जुन और सचिन को मोटी रकम का लालच देकर मंजेश की हत्या करने के लिए राजी कर लिया।
29 नवंबर की रात मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के किराए के कमरे में बुलाया गया। शराब पिलाने के बाद अर्जुन और सचिन ने मिलकर मंजेश का गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई, लेकिन गाड़ी चलाना न आने के कारण दोनों आरोपी इसमें असफल रहे। सुबह पुलिस के डर से वे छत से कूदकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर सचिन को आशारोड़ी के पास से गिरफ्तार किया। फरार अर्जुन को झज्जर कोर्ट, हरियाणा के बाहर से पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद मामले का मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी और अन्य आरोपी अफजल को भी गिरफ्तार किया गया। इनके पास से मृतक की चेन, अंगूठी और कार की चाबी बरामद हुई।
घटना की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून ने 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। इस खुलासे ने प्रॉपर्टी डीलिंग के काले पक्ष और इसमें छिपे अपराधों को उजागर कर दिया है। पूछताछ में सामने आया कि मंजेश और संजय के बीच प्रॉपर्टी के मुनाफे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। संजय ने अर्जुन को 10 करोड़ रुपये का लालच देकर हत्या के लिए उकसाया। इसके साथ ही उन्होंने मंजेश के बैंक खाते से 38 लाख रुपये निकालने की योजना भी बनाई थी।
पुलिस की इस कामयाबी ने देहरादून में प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़े संगठित अपराधों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।