हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण को लेकर गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के चार प्रमुख कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे प्रत्येक जिले में वरिष्ठ नागरिकों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को चिन्हित करें और सरकार तक पहुंचाएं ताकि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सके। इसी सिलसिले में वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद् उत्तराखण्ड सरकार के उपाध्यक्ष नवीन चन्द्र वर्मा ने हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता कर मई माह में किए गए निरीक्षणों और सुझावों को साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने दमुवाढूंगा स्थित आश्रय सेवा समिति और रामपुर रोड स्थित आनंद आश्रम का दौरा किया और वहां रह रहे वृद्धजनों की स्थिति की समीक्षा की। कई वरिष्ठ नागरिकों के आधार कार्ड बनवाने के लिए उपजिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है, ताकि उन्हें पेंशन जैसी सुविधाएं समय पर मिल सकें।
वर्मा ने बताया कि उन्होंने नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे जिलों का भ्रमण कर वृद्धजनों की समस्याएं जानीं। इसके आधार पर मुख्यमंत्री के समक्ष आठ बिंदुओं वाला प्रस्ताव तैयार किया गया है जिसमें प्रत्येक जिला मुख्यालय पर वृद्धाश्रम स्थापित करने, नगरों में वरिष्ठ नागरिक पार्कों का निर्माण, बैंक और अस्पतालों में अलग काउंटर की सुविधा, त्रैमासिक बैठकें, पेंशन योग्यता के मानक में वृद्धि और नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण शामिल हैं। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि सरकार को चाहिए कि निराश्रित वृद्धजनों के लिए पंचायत और वार्ड स्तर पर पहचान की जाए और उनके लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस प्रयास को जन सरोकार और सामाजिक सरोकार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार से पूरी उम्मीद है कि वह वरिष्ठ नागरिकों की गरिमा और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगी।