हल्द्वानी। अन्तरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बालिकाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का सदैव उल्लेखनीय योगदान रहा है। उन्होंने बेटियों से कहा कि आत्मनिर्भर बनो। किसी पर निर्भर मत रहो। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जिससे आत्मनिर्भर बना जा सकता है। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाते हुए देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बेटी हर किसी के नसीब में नहीं होती हैं जो घर ईश्वर को सबसे ज्यादा पसंद होता है, बेटी वहीं होती है। उन्होंने कहा कि नन्दा गौरी देवी कन्या धन योजना के माध्यम से सरकार प्रदेश की गरीब कन्याओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। इस का लाभ राज्य में सभी गरीब या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार की कन्याओं को दिया जा रहा है। उन्होंने समाज और अभिभावकों से अपील की है कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें शिक्षा के साथ ही खेल के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं के सशक्तिकरण से आगे बढ़कर उनकी प्रतिभा को सम्मान देने का एक अवसर है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमारे समाज मे बेटियों का जन्म होना कभी अभिशाप माना जाता था लेकिन बदलते समय व बढ़ते शिक्षा के चलते आज बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए इसे तोड़ने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि आज हमें अभी भी यह महसूस होता है कि समाज मे लिंग भेद की भावना कहीं ना कहीं मौजूद है जिसे पूरी तरह खत्म करने के लिए हर माता-पिता और हमारे समाज को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री ने लोकसभा व विधानसभा में 30 प्रतिशत का आरक्षण लागू कर दिया है। निश्चित ही महिला जगत के लिए यह सम्मान की बात है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, विद्यालय की बालिकाओं के अलावा अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 30 मेधावी बालिकाओं और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया। इनके अलावा महालक्ष्मी योजना के तहत 20 लाभार्थी महिलाओं को महालक्ष्मी किट के साथ ही 1200 बालिकाओं को सेनेटरी किट निशुल्क वितरित की गयी।