हल्द्वानी। उत्तराखंड में साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नैनीताल पुलिस ने फर्जी बैंक खाते खोलकर साइबर ठगी को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर मुखानी थाना पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त अभियान में गैंग के मास्टरमाइंड सहित छह ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड, स्टांप, बैंक फॉर्म, प्री-एक्टिवेटेड सिम और फर्जी उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं। एसओजी प्रभारी उ.नि. संजीत राठौर को सूचना मिली थी कि बाहरी राज्यों से आए कुछ लोग हल्द्वानी में फर्जी आधार कार्ड बनाकर बैंकों में खाते खोल रहे हैं और इन खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी में हो रहा है। एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी प्रकाश चंद्र और सीओ सिटी नितिन लोहनी की देखरेख में एक टीम गठित कर छापेमारी की गई। रात में मुखानी थाना क्षेत्र के तारा कंपलेक्स में दबिश दी गई, जहां गिरोह के छह सदस्य मौके पर ही पकड़ लिए गए। तलाशी लेने पर उनके पास से अलग-अलग बैंकों के खाता फॉर्म, फर्जी आधार कार्ड, स्टांप मोहर और उद्यम विभाग के जाली दस्तावेज बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे फर्जी आधार कार्ड और उद्यम प्रमाण पत्र के जरिए बैंक में चालू खाते खोलते थे। इसके बाद खातों का एटीएम कार्ड और चेकबुक गिरोह के सदस्य चार्ली उर्फ के.के. को भेज दी जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि हर फर्जी चालू खाते के बदले उन्हें 25,000 रुपये मिलते थे, साथ ही लेन-देन पर 10 से 15 प्रतिशत कमीशन भी मिलता था। गिरोह का मास्टरमाइंड राघवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रघु है, जिसने पहले ही बैंक ऑफ बड़ौदा, कालाढूंगी रोड ब्रांच में रोहन खान के नाम पर एक फर्जी खाता खुलवा रखा था। गिरोह के अन्य सदस्यों के खाते भी खोले जाने की योजना थी, लेकिन पुलिस के अभियान ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें 04 फर्जी स्टांप मोहर, 05 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, फर्जी उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, अलग-अलग बैंकों के एटीएम और डेबिट कार्ड, फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड, 06 फर्जी बैंक खाते जिनमें 1.43 लाख रुपये का लेन-देन दर्ज, व धोखाधड़ी में प्रयुक्त 04 मोबाइल फोन बरामद हुए।
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इसके अलावा, पुलिस ने मकान मालिक वीरेंद्र मेहरा को बिना सत्यापन के आरोपियों को कमरा देने के मामले में 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया और भविष्य में बिना पुलिस वेरिफिकेशन के किरायेदार न रखने की हिदायत दी। फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले व्हाट्सएप यूजर ‘एसकैम’ और गैंग लीडर चार्ली उर्फ के.के. की तलाश की जा रही है। पुलिस जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। एसएसपी प्रहलाद मीणा ने इस सफलता पर पुलिस टीम को 2500 रुपये इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नैनीताल पुलिस साइबर ठगी के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति अवैध तरीके से बैंक खाता खोलने या संदिग्ध लेन-देन करता दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस तरह की ठगी में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।