हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/हल्द्वानी। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता यशपाल आर्य ने शनिवार को प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला और धामी सरकार के एक माह के कार्यकाल को नाकामी भरा बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार के पास न तो कोई विजन है और न ही सरकार चलाने का कोई रोडमैप है।
श्री आर्य कुमाऊं के द्वार हल्द्वानी में आज पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि धामी सरकार की एक माह की उपलब्धि उपचुनाव के लिये सीट की खोज करना भर रहा है। प्रदेश की जनता बिजली, पानी, महंगाई, बेरोजगारी व अन्य समस्याओं से त्रस्त है और सरकार के मंत्री अभी भी माला डलवाने व स्वागत में मस्त हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की हालत इस समय रोम जलने जैसी है और सरकार के मुखिया और मंत्री बसंरी बजाने में लगे हैं। गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, शारदा, सरयू, गोरी व काली जैसी नदियां देश की प्यास बुझाने में लगी हैं लेकिन प्रदेश में पेयजल की कमी के चलते हाहाकार मचा हुआ है।
केन्द्र सरकार की हर घर नल, हर घर जल का नारा लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश के 43 फीसदी इलाके में पानी की न्यूनतम उपलब्धता भी नहीं है। सरकारी संस्थाओं व महकमों के साथ अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की नाकामी के चलते राज्य बिजली की मार से जूझ रहा है। प्रदेश में घंटों अघोषित कटौती की जा रही है। भाजपा सरकार ने जनता का चुनाव जिताने का उऋण बिजली के बिलों में बढ़ोतरी के रूप में किया है। आज हालत यह है कि जनता जहां अघोषित कटौती से त्रस्त है, वहीं उद्योग धंधे व व्यापार चौपट हो गया है। उद्योग बंदी के कगार पर पहुंच गये हैं और व्यवसायी परेशान हैं।
उन्होंने जंगल में आग के बढ़ते मामलों पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार इसमें विफल साबित हुई है। जंगलों में आग भयावह रूप ले चुकी है। गांव-कस्बे व रिसॉर्ट उसकी चपेट में आते जा रहे हैं। सरकार के पास वनों को आग से बचाने के लिये कोई रोडमैप नहीं है। प्रदेश में अभी तक 1500 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ चुका है।
श्री आर्य ने महंगाई, बेरोजगारी व डीजल व पेट्रोल के बढ़ते दामों पर भी प्रदेश सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पेट्रोल के दाम सौ से ऊपर पहुच गया है। डीजल भी शतक के करीब है। फलस्वरूप महंगाई चरम पर पहुं गयी है। डबल इंजन सरकार सोई हुई है और देश की गरीब जनता परेशान है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार रोजगार के मुद्दे पर विफल साबित हो रही है। एक महीने में खाली पदों को भरने के लिये सरकार ने कोई इच्छाशक्ति नहीं दिखायी। प्रतियोगिता परीक्षा कराने में भी सरकार नाकाम रही है। पुलिस महकमे में पिछले सात से आठ सालों से पदों को नहीं भरा जा सका है। सेना में भर्ती के लिये अभ्यर्थी पसीना बहा रहे हैं लेकिन डबल इंजन सरकार बेखर है। भर्तियां नहीं की जा रही हैं।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए –
👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें
हमारे इस नंबर 7351098124 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें