देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नकल माफियाओं पर गैंगस्टर एक्ट के तहत और उनकी अवैध संपत्ति का पता लगा कर सख्त कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने शनिवार को बताया कि ऐसे कुल 21 माफ़ियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि उक्त निर्देश पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को नकल माफियाओं पर सख्त कार्रवाई और अवैध संपत्ति की जांच के लिए लगाया गया था। एसटीएफ ने 21 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसमें नकल माफिया हाकम सिंह की बेनामी, अवैध संपत्ति की खोजबीन कर ली गई है।
डीजीपी कुमार ने बताया कि अभियुक्त हाकम सिंह के उत्तरकाशी जिले की तहसील मोरी में ग्राम सिदरी में निर्मित रिजॉर्ट और भवन की ज्वाइंट जांच (एसटीएफ एवं राजस्व पुलिस) में उपरोक्त रिजॉर्ट राज्य सरकार की भूमि पर, साथ ही गोविंद वन जीव विहार, पुरोला की जमीन पर अवैध निर्मित पाया गया है। इसके साथ ही दो सेब के बाग भी राज्य सरकार की भूमि को अतिक्रमित कर कब्जा किया जाना प्रकाश में आया है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त रिजॉर्ट का रजिस्ट्रेशन होम स्टे के लिए अप्लाई करने के उपरांत सही कागजात न होने पर अभियुक्त द्वारा नहीं कराया गया और अवैध संचालन किया जा रहा था।
डीजीपी ने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियुक्त हाकम के सात बैंक अकाउंट का पता चला है जिसमें लाखों के लेनदेन विगत वर्ष में हुए है। इन अकाउंट में अवैध धनराशि 16 लाख से अधिक को फ्रीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त करीब पांच हजार वर्ग मीटर भूमि कोटगांव, 1250 वर्ग मीटर जमीन ग्राम भीतरी, 3000 वर्ग मीटर से ज्यादा जमीन कोट गांव के पास, 2850 वर्ग मीटर जमीन भीतरी के पास, के साथ ही देहरादून में 1000 वर्ग मीटर जमीन पर देहरादून में तीन मंजिला मकान है। जिसके रिकॉर्ड एसटीएफ ने जांच में शामिल कर लिए है जिसकी अनुमानित कीमत करोड़ों में होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि चल संपत्ति में इनोवा गाड़ी के साथ अन्य के नाम कुछ वाहनों का पता भी चला है। समस्त अवैध रूप से अर्जित संपति पर शीघ्र कानूनी कार्रवाई की जा रही है।