देहरादून। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की जमीन हालात परखने के लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को मैदान में उतारने के आदेश विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दिये हैं। ये जनपदों में स्थानीय लोगों से जनसंवाद स्थापित कर राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक केन्द्रों एवं वैलनेस सेंटरों का निरीक्षण कर सुविधाओं की जानकारी एकत्र कर विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेंगे। उन्होंने महानिदेशक व निदेशक स्तर के अधिकारियों को 5 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक एक माह विभिन्न जनपदों का भ्रमण कर वास्तविक स्थिति परखने के निर्देश दिये हैं।
स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार को चम्पावत एवं पिथौरागढ़ जनपद, मिशन निदेशक एनएचएम एवं अपर सचिव स्वास्थ्य स्वाति भदौरिया को देहरादून, अपर सचिव स्वास्थ्य नमामि बंसल को नैनीताल व ऊधम सिंह नगर, अमनदीप कौर को रूद्रप्रयाग व चमोली, आनंद श्रीवास्तव को टिहरी व उत्तरकाशी, गरिमा रौंकली को अल्मोड़ा व बागेश्वर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह एवं संयुक्त सचिव स्वास्थ्य महावीर चैहान को पौड़ी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना एवं संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अरविंद सिंह पांगती को हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभता से आम जनमानस तक पहुंचाने के लिये केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। जिनको प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये मॉनिटिरिंग अति आवश्यक है। इस परिप्रेक्ष्य में विभाग के शीर्ष अधिकारियों को जनपदों में जाकर स्थालीय समीक्षा करने के निर्देश दिये गये है।