हल्द्वानी। शहर में बीती 9 जुलाई को अत्याधिक बारिश हुई थीं। बारिश के कारण शहर तालाब में तब्दील हो गया था। जिसके बाद नगर निगम की कार्यप्रणाली पर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने सवाल खड़े किए थे। जिसका प्रतिउत्तर नगर निगम महापौर ने दिया था। लेकिन मामला यहीं नहीं थमा, हल्द्वानी-काठगोदाम महापौर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला व हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के बीच ज़ुबानी जंग शुरू हो गई, जोकि अभी तक जारी है।
आपको बता दें कि हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने शहर में अत्यधिक बारिश होने से शहर में वर्षा जल का रौद्र रूप लेना नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम को बताया था। विधायक सुमित के बयान पर पलटवार करते हुए कहा महापौर जोगेंद्र सिंह पाल रौतेला ने कहा कि शहर में जलभराव का बड़ा कारण अतिक्रमण है और खुद कांग्रेस विधायक ने नहर को पाट कर उसके ऊपर पार्क बनाकर अतिक्रमण कर रहे हैं, यदि उन्हें नगर निगम को आइना दिखाना है। तो सबसे पहले अपने खुद के अतिक्रमण को तोड़े, नहीं तो नगर निगम कार्रवाई करेगा।
इधर विधायक सुमित ने एक प्रेस वार्ता के दौरान महापौर रौतेला के स्वयं अतिक्रमण हटा लेने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कि होटल के सामने जितनी जगह है, वहा कानूनी रूप से फ्रीहोल्ड कराई गई है, अपनी कमियों को छिपाने के लिए महापौर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, मैं महापौर पर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा।
गौरतलब है कि उत्तराखंड मौसम विभाग ने बीती 9 जुलाई को जनपद नैनीताल में रेड अलर्ट जारी किया था। वहीं बीती 9 जुलाई को हल्द्वानी शहर में अत्यधिक बारिश हुई, जिससे पूरे शहर में जगह-जगह जल भराव की स्थिति बन गई। शहर की प्रमुख सड़के जैसे कालाढूंगी रोड, नैनीताल रोड एवं अन्य रोड पर भी काफी अधिक पानी देखा गया, जिससे शहरवासियों एवं राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।