मनाली/देहरादून। भारतीय पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए आठ सदस्यीय टीम ने दो हाई एल्टीट्यूड पोर्टर्स (एचएपी) के साथ मिलकर 6067 मीटर ऊंची अनाम चोटी पर एक नया मार्ग स्थापित किया है। इस अभियान का नेतृत्व सुभाजीत बनर्जी ने किया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के पर्वतारोही शामिल थे। टीम ने इस नये मार्ग का नाम ‘निर्जला’ रखा, जो एडी (AD) श्रेणी की कठिनाई के साथ पहचाना गया है। टीम ने 3 सितंबर को मनाली से अपनी यात्रा प्रारंभ की और 4 सितंबर को 5010 मीटर की ऊंचाई पर बेस कैंप स्थापित किया। पर्वत की पूर्वी दिशा में चढ़ाई करते हुए, वे 13 सितंबर को चोटी पर पहुंचे।
इस मार्ग को बनाने के लिए उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उनके साहस और संकल्प के साथ यह अभियान सफल रहा। शिखर आरोही दल में सुभाजीत बनर्जी (अभियान नेता), पश्चिम बंगाल, शुभम थपलियाल, उत्तराखंड, टेम टापुंग, अरुणाचल प्रदेश, डॉ. अवंतिका केकन, महाराष्ट्र, प्रकृति अलगुडेकर, कर्नाटक, डॉ. सुभेंदु सिकदर, पश्चिम बंगाल, सव्यसाची सामंत, पश्चिम बंगाल व जॉय दास, पश्चिम बंगाल शामिल रहे। वही एचएपी (हाई एल्टीट्यूड पोर्टर्स) से नरेंद्र सिंह दानू, उत्तराखंड चंद्रपाल दानू, उत्तराखंड शामिल रहे। इस अभियान से भारतीय पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है, और यह सफलता हिमाचल प्रदेश के शिंकू ला क्षेत्र को और भी आकर्षक पर्वतारोहण स्थल के रूप में उभारने में मदद करेगी।