देहरादून। शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के राजभवन में आयोजित ‘‘शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार’’ सम्मान समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने 19 शिक्षकों को सम्मानित किया। इन शिक्षकों को राज्य की विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को बधाई देते हुए उनके अद्वितीय योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में भी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कठिन परिश्रम करने वाले शिक्षक वास्तव में सम्मान के अधिकारी हैं। उन्होंने कहा, “शिक्षक समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और वे 2047 तक भारत को विश्वगुरु बनाने के मिशन में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।” राज्यपाल ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवीन तकनीक को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षकों को बधाई देते हुए शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली धनराशि को दस हजार से बढ़ाकर बीस हजार रुपये करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने समाज में ज्ञान का संचार किया है और अपने अनुभव व मार्गदर्शन से विद्यार्थियों के जीवन को आकार देने का कार्य किया है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों पर भी चर्चा की और शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया, विशेषकर डिजिटल युग में।शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी और सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं। समारोह में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रामन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।