हल्द्वानी। शहर के अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (समेकित अवसंरचना विकास) हेतु डीपीआर तैयार कर रही टाटा कन्सलटेंसी की मण्डलायुक्त दीपक रावत ने सर्किट हाउस, काठगोदाम में बैठक ली। लगभग 1645 करोड़ की लागत से शहर के समेकित अवसंरचना विकास हेतु टाटा कन्सलटेंसी द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है, जिसमें सीवरेज सिस्टम के लिए लगभग रुपये 340 करोड़, पानी की आपूर्ति के लिए रुपये 555 करोड़ के साथ ही रुपये 750 करोड़ की लागत से शहर की निकासी, जल संरक्षण कार्य, परिवहन, सड़क अवसंरचना के कार्य किये जायेंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त ने शहर के लिए डीपीआर तैयार कर रही टाटा कन्सल्टेंसी को डीपीआर में शहर की समस्याओं के सम्बंध में आमजनता व सरकारी विभागों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन को क्षेत्र की समस्याओं की पूरी जानकारी रहती है, इसलिए उनके साथ विचार विमर्श किया जाए जिससे शहर की समस्याओं का समाधान के अनुरूप डीपीआर डिज़ाइन की जा सके। मण्डलायुक्त ने टाटा कंसल्टेंसी को सख्त हिदायत दी कि जनपद के पुराने मॉडल का गहन अध्ययन अवश्य किया जाए जिससे की पूर्व में हुई गलतियों की पुनरावृत्ति न हो।
शहर के भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए हरित क्षेत्र के विकास हेतु सरकारी विद्यालयों, डिग्री कॉलेज व अन्य क्षेत्रों में हरित क्षेत्र का विकास किया जाए। हल्द्वानी कुमाऊॅ का प्रमुख शहर है, जहाँ निकासी व सीवरेज की प्रमुख समस्या है। वर्तमान में शहर के समस्त क्षेत्र सीवरेज से नहीं जुड़े है, इस डीपीआर के माध्यम से शहर के सीवरेज व सेप्टिक टैंक की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा जिससे सीवरेज का शुद्धिकरण एसटीपी टैंक का माध्यम से हो सके। आयुक्त ने कहा कि हल्द्वानी शहरवासियों को सभी बेहतर व बुनियादी सुविधायें मिल सके, यह अर्बन अवसंरचना डेवलपमेंट का उद्देश्य है।
इस अवसर पर मेयर डॉ जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला, एसपी सिटी हरबंस सिंह, अपर जिलाधिकारी शिव चरण द्विवेदी, मुख्य नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी हल्द्वानी मनीष सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, टाटा कन्सलटेंसी से लोपा मुद्रा, टी एस बाबू, सौरभ सिंह, डॉ युद्ववीर सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि अशोक चौधरी, सिंचाई के एस बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।