देहरादून। चारधाम यात्रा के दौरान महिलाओं को नशे का शिकार बनाकर लूटने वाले दो शातिर जहरखुरानों को जीआरपी देहरादून ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट (IPS) के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में पुलिस को बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब दो आरोपियों को रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से दबोच लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में प्रताप सिंह निवासी बुलंदशहर और किशन यादव निवासी बिहार शामिल हैं। जीआरपी के अनुसार बीते 29 मई को इंदौर, मध्य प्रदेश से चारधाम यात्रा पर आईं आठ महिलाएं योगनगरी ऋषिकेश से ट्रेन संख्या 07364 से अपने गंतव्यों की ओर लौट रही थीं। इसी दौरान ट्रेन में सवार दो अजनबी युवकों ने उनका विश्वास जीतते हुए कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर महिलाओं को पिला दिया।

एसपी जीआरपी
नशा चढ़ते ही सभी महिलाएं बेहोश हो गईं और बदमाश उनके गहने, मोबाइल और नकदी लेकर फरार हो गए।महिलाएं बेहोशी की हालत में दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर पहुंचीं, जहां आरपीएफ ने उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। इस मामले में वहां शून्य FIR दर्ज की गई, जिसे स्थानांतरित कर 19 जून को देहरादून जीआरपी को सौंपा गया। पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने गंभीरता से प्रकरण की निगरानी करते हुए जीआरपी, आरपीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम गठित कर बदमाशों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सर्विलांस और मैनुअल ट्रैकिंग के जरिये पुलिस ने दिन-रात मेहनत कर आखिरकार 23 जून को रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से दोनों आरोपियों को धर दबोचा। तलाशी में उनके पास से 159 लोरेज़ेपम टैबलेट्स और ₹3500 नगद बरामद किए गए।

गिरफ्तार आरोपी प्रताप सिंह के खिलाफ पहले भी हाथरस और अलीगढ़ के विभिन्न थानों में गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट और चोरी के कई मामले दर्ज हैं। यह आरोपी अलीगढ़ कोर्ट में एक वकील के चैंबर में साफ-सफाई का काम करता है, जबकि उसका साथी किशन नोएडा में टाइल्स लगाने का काम करता है।जीआरपी की इस कार्रवाई पर एसपी तृप्ति भट्ट ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को देखते हुए सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर बनी हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जीआरपी का अगला निशाना ऐसे तमाम गैंग्स हैं, जिन्हें एक-एक कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।