- शिवपुरी के पोहरी, नरवर और करैरा में फंसे एक सौ से अधिक लोगों को निकालने के प्रयास जारी
- मध्यप्रदेश के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सेना बुलाने के आदेश जारी
- शिवराज ने बाढ़ की स्थिति से मोदी को अवगत कराया
हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज/़मुरैना। मध्यप्रदेश के मालवांचल और आसपास के क्षेत्रों में हो रही बारिश और राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद आज दोपहर मुरैना में चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर गयी, जिसके चलते 84 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार चंबल राजघाट के पुराने पुल पर 138 मीटर पर खतरे का निशान है और जब चंबल खतरे के निशान को पार करती है, तब जिले के चंबल किनारे बसाहट वाले करीब 84 गांव चंबल की बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। आज जैसे ही चंबल ने खतरे के निशान को पार किया। वैसे ही जिला प्रशासन ने उन सभी 84 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है।
मुरैना कलेक्टर बी कर्तिकेयन ने आज राजस्व अमले के साथ चंबल किनारे के गांवों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को भी अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए। बाढ़ नियंत्रण कक्ष सूत्रों के अनुसार आज सुबह कोटा बैराज से फिर करीब पांच हजार क्यूसिक पानी चंबल में छोड़े जाने के बाद कल चंबल खतरे के 138 मीटर के निशान से 06 मीटर अधिक बहने की संभाबना व्यक्त की गयी है।
इधर मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के नरवर, करैरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्रों में एक सौ से अधिक लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं, जिन्हें एनडीआरएफ की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से निकालने का प्रयास कर रही है। वहीं हेलीकाप्टर भी मौके पर पहुंच गए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नरवर, करैरा और पोहरी में एक सौ से अधिक ग्रामीण अलग-अलग स्थानों पर बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। जिन्हें निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से प्रयास कर रही है। वहीं सेना के हेलीकाप्टर को भी मदद के लिए बुलाया गया है, जो मौके पर पहुंच गए हैं। उधर, पोहरी के सेंवड़ा गांव के एक तालाब के फूटने की जानकारी मिली, जिसमें आठ से दस गांव प्रभावित हो सकते हैं।
शिवपुरी-ग्वालियर सीमा पर फोरलेन मार्ग पर पार्वती नदी में बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते आवागमन बंद कर दिया गया है। लगातार हो रही बारिश के चलते राहत एवं बचाव कार्य में भी परेशानी हो रही है। जिले के कई गांव अभी भी बाढ़ के चपेट में हैं। जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य लगातार किया जा रहा है।
सांकेतिक फोटो
उधर मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण बनी स्थिति से निपटने के लिए सेना बुलाने के आदेश आज जारी कर दिए गए।
राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा के अनुसार बाढ़ग्रस्त शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर और दतिया में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना बुलाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
इस बीच यहां राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन में बनाए गए अत्याधुनिक राज्य सिचुएशन रूम से सभी बाढ़ग्रस्त इलाकों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं। अत्याधुनिक संचार साधनों से सुसज्जित सिचुएशन रूम से संबंधित जिला प्रशासन के अधिकारियों से वीडियो कॉलिंग आदि के माध्यम से भी सीधा संवाद किया जा रहा है। यहीं से संबंधित जिलों को आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए जा रहे हैं।
वही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ और अतिवृष्टि के संबंध में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर चर्चा कर उन्हें संपूर्ण स्थिति से अवगत कराया।
शिवराज सिंह चौहान
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने बाढ़ के संबंध में प्रधानमंत्री को विस्तार से बताया और राहत एवं बचाव कार्य के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में सेना की मदद के संबंध में भी चर्चा। श्री मोदी ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया है कि प्रदेश के लिए केंद्र हरसंभव मदद देगा।
इस बीच गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश के बाढ़ग्रस्त शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर और दतिया में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना बुलाने के आदेश आज जारी कर दिए गए।
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