हल्द्वानी। उत्तराखंड के जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में बीते दिनों कॉन्स्टेबल की पत्नी का किसी अनजान व्यक्ति ने घर मे घुसकर हत्या कर दी थी। जिसका खुलासा करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश आनंद भारणे ने बताया कि बीती 3 नवंबर को एक युवक ने थाना मुखानी पुलिस को घर मे चोरी व माँ की गुमशुदगी की सूचना दी थी। जिसपर कार्यवाही करते हुए पुलिस मौके पर पहुँची औऱ छानबीन की। जिसके कुछ समय बाद युवक की माँ की हत्या की सूचना पुलिस को मिली। जिसपर एसएसपी नैनीताल अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँचे और घटना का तत्काल अनावरण करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने के कड़े निर्देश दिये गये।
मुखानी क्षेत्र में आरक्षी की पत्नी की हुई हत्या के सम्बन्ध में उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल पंकज भट्ट को घटना की तत्काल अनावरण कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। साथ ही पुलिस उप-महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र नीलेश आनन्द भरणे को भी अभियोग में की जा रही पुलिस कार्यवाही की समय-समय पर अध्यावधिक स्थिति ज्ञात करने हेतु निर्देशित किया गया। वही थाना मुखानी में शंकर सिंह बिष्ट पुत्र स्व0 मोहन सिंह बिष्ट स्थाई निवासी इमली घड़ा कालिका कॉलोनी गली नं०- 06 लोहरियासाल तल्ला मुखानी की तहरीर के आधार पर तत्काल दिनांक 04/11/2022 को थाना मुखानी में संबंधित धाराओं के तहत मामला पंजीकृत किया गया।
इधर एसएसपी नैनीताल द्वारा हत्या का खुलासा करने के लिये एसपी क्राईम नैनीताल एवं एस0पी0 सिटी हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में तथा सीओ हल्द्वानी/ सीओ ऑपरेशन्स नैनीताल के नेतृत्व में अभियुक्तों की तलाश, सुरागरसी- पतारसी, संदिग्धों से पूछता, सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करने तथा विवेचनात्मक कार्यवाही व आरोपियों की गिरफ्तारी, लूटे गये नगदी, आभूषण व आलाकत्ल की बरामदगी हेतु टीमें गठित की गई। वही मामले में मौ० अशरफ उर्फ भूरा उम्र 33 वर्ष पुत्र अब्दुल नवी निवासी- 88 सुनेरी, वार्ड नं0- 15 किच्छा उधमसिंह नगर हाल निवासी नई बस्ती किच्छा उधमसिंह नगर को संदिग्धों से पूछता, सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन, सुसंगत तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर पुलिस टीम द्वारा वार्ड न0-11, नई बस्ती नूरी मस्जिद के पास किच्छा, उधमसिंह नगर से गिरफ्तार कर किया गया।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि लगभग ढेड़ से 02 वर्ष पूर्व उसने आरक्षी शंकर सिंह बिष्ट के घर पर ग्रिल का काम किया था। उसे मालूम था कि उसकी पत्नी भी अकेले ही घर पर रहती है। उसे पता था कि उसे देखकर वादी की पत्नी उसे अपने घर में आने देगी। वह कर्ज में डूबने के कारण पैसे जुटाने के लिये वादी के घर में लूट की योजना बनाकर अपनी मोटर साईकिल की पहचान बदलकर व नम्बर प्लेट में कपड़ा बांध कर अपने जेब में एक हथोडा लेकर गया। लूट करने के लिये उसके द्वारा वादी की पत्नी से अन्य जगह ग्रिल लगाने के लिये बिल की फोटो खींचने व पानी पीने का बहाना बनाकर अपने जेब में रखे हथोडे से मृतका महिला के सिर पर पीछे से हथोड़े से लगातार वार कर मौत के घाट उतार दिया और वादी के घर से जेवरात व नगदी लूट कर फरार हो गया।