हल्द्वानी। उत्तराखंड में ओला, उबर और रैपिडो जैसे ऐप को राज्य परिवहन प्राधिकरण, देहरादून से एग्रीगेटर लाइसेंस मिल चुका है, लेकिन इसके बावजूद नियमों की अनदेखी की जा रही है। इस क्रम में आरटीओ प्रशासन ने रैपिडो ऐप पर अवैध रूप से चल रही एक स्कूटी टैक्सी को बुक करवा कर कार्यालय में सीज कर दिया। आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने स्वयं रैपिडो ऐप के माध्यम से एक बाइक टैक्सी बुक की, जिसके बाद एक युवक स्कूटी लेकर पहुंचा। जांच में पाया गया कि यह प्राइवेट स्कूटी थी, जबकि कमर्शियल वाहन होना अनिवार्य है। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर स्कूटी को तुरंत सीज कर दिया गया।
पूछताछ में युवक ने बताया कि उसने बिना अपने घरवालों को बताए निजी स्कूटी को ऐप में रजिस्टर कर लिया था और सवारी ढोने का काम कर रहा था। वाहन सीज किए जाने पर उसने चिंता जताई कि उसके पिता नाराज होंगे। इस मामले में स्कूटी पर परमिट, फिटनेस और टैक्स का कुल ₹12,500 का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा, आरटीओ प्रशासन ने रैपिडो ऐप को नोटिस भेजने का निर्णय लिया है कि आखिरकार किसी प्राइवेट वाहन को उनके प्लेटफॉर्म पर कैसे रजिस्टर कर लिया गया। नियमों की अनदेखी को लेकर ऐप के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।