हल्द्वानी। किसी भी मां-बाप के लिए उसकी औलाद बड़े मायने रखती है। ऐसे में अगर जवान बेटा घर से लापता हो जाए तो मां बाप और परिवार की मनोदशा और पीड़ा को समझा जा सकता है। पुत्र वियोग की ऐसी ही पीड़ा से आंध्रप्रदेश के गांव अनाकापल्ली जिला चित्तूर निवासी चंडीका और रतनमा का सामना हुआ। लेकिन साल भर बाद आज हल्द्वानी में जब खोया बेटा शेखर सकुशल मिला तो आंध्रप्रदेश निवासी पिता चंडीका और मां रतनमा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
दरअसल करीब आठ महीने पहले हल्द्वानी के समाजसेवी योगेश जोशी को काठगोदाम क्षेत्र में सड़क किनारे विक्षिप्त अवस्था में एक युवक बैठा दिखा था। युवक की दाड़ी बड़ी हुई थी और कपड़े भी अस्तव्यस्त थे। ऐसे में योगेश ने सामाजिक फर्ज निभाते हुए युवक को सेवा केंद्र में भर्ती कराया। जहां उपचार के बाद युवक की हालत में कुछ सुधार हुआ। जिसके बाद युवक ने पूछताछ में अपने और परिवार की जानकारी दी। जिसके बाद हल्द्वानी पुलिस ने आंध्रप्रदेश पुलिस से संपर्क कर युवक के माता पिता को खोज निकाला। विगत दिवस हल्द्वानी में करीब एक साल से खोए हुए बैठे को पाकर माता पिता और भाई की आंखें खुशी से भर उठीं। इस दौरान हर किसी से समाजसेवी के प्रयासों की सराहना की।