हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़/देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी गुरुवार को उत्तराखंड के देहरादून पहुंचे। यहां रैली में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला और वहीं उत्तराखंड और अपने परिवार के बीच कुर्बानी का रिश्ता भी जोड़ा। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यहां परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। राहुल ने दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस) जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दीं और उन्होंने पूर्व सैनिकों को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। वर्ष 1971 में भारत द्वारा पाक सेना को खदेड़ने और बंग्लादेश निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार्य कुशलता पर आधारित वृत चित्र का फिल्माकंन राहुल गांधी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
परेड ग्राउण्ड में यहां आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने अपनी यादों को साझा करते हुए कहा कि जब मैं छोटा था, देहरादून के दून स्कूल में पढ़ा करता था। मैं यहां आपके साथ दो तीन साल रहा। आपने उस समय मुझे बहुत प्यार दिया। उन्होंने कहा कि शायद मेरे परिवार का और उत्तराखंड का गहरा रिश्ता है। मुझे वो दिन याद आया जब 31 अक्टूबर को मेरी दादी इस देश के लिए शहीद हुईं थी। फिर मुझे 21 मई का दिन याद आया, जिस दिन मेरे पिता इस देश के लिए शहीद हो गए। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरा और कुर्बानी का रिश्ता है। जो कुर्बानी उत्तराखंड के हजारों परिवारों ने दी है। वहीं कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वह इस रिश्ते को अच्छी तरह समझेंगे। जो सेना में हैं उन्हें यह बात गहराई से समझ आएगी।
कांग्रेस नेता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज दिल्ली में विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का नाम तक नहीं है। जिस महिला ने देश के लिए 32 गोलियां खाई। उन्होंने कहा कि क्योंकि सच्चाई से मोदी सरकार डरती है। आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। आपके लोग पलायन करते हैं। दूसरी मुश्किल महंगाई है। यह क्यों है? इंटरनेशनल मार्किट में तेल के दाम गिरते जा रहे हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा टेक्स हिंदुस्तान में है। श्री नरेंद्र मोदी ने 10 लाख करोड़ रुपए आपसे छीनकर करोड़पतियों का कर्ज माफ किया है। आपकी जेब से जो पैसा निकल रहा है, वह देश के चंद अरबपतियों की जेब में जा रहा है, क्योंकि वो श्री मोदी की मार्केटिंग करते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज देश को बांटा जा रहा है, कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। पूरी सरकार दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। काले कानून, किसानों के खिलाफ उनकी मदद नहीं उन्हें खत्म करने को बनाए गए थे। किसान न डरे और न पीछे हटे। जिसके एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर कहते दिखे कि गलती हो गई, माफी मांगता हूँ। जो 700 किसान शहीद हुए, उनके बारे में भाजपा के नेता सदन में कहते हैं कि किसी की मृत्यु नहीं हुई। पंजाब सरकार ने 400 किसानों को मुआवजा दिया, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं दिया। हिंदुस्तान के किसानों की आमदनी उनसे छीनी जा रही थी।
गांधी ने कहा कि नोटबंदी के बाद गलत जीएसटी, उसके बाद कोरोना के समय हिंदुस्तान के सबसे बड़े उद्योगपति को टैक्स माफ, लेकिन मजदूरों को बस या ट्रेन का टिकट नहीं दिया। चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी या कोरोना में सरकार के एक्शन। ये तीनों काम हिंदुस्तान के किसानों, छोटे कारोबारियों पर चंद बड़े पूंजीपतियों के हमला हैं। जो लोग आपको रोजगार दे सकते हैं, उन छोटे कारोबारियों, व्यापारियों को भाजपा ने खत्म कर दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केवल पूंजीपतियों की नीतियों को चला रहे हैं। जब तक केंद्र से भाजपा की सरकार नहीं हटेगी, तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। देश की आर्थिक शक्ति को भाजपा नष्ट कर रही है। उन्होंने चेताते हुये कहा कि ये मत सोचिए कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, तोप से देश मजबूत नहीं होता। देश मजबूत तब होता है, जब देश का नागरिक मजबूत होता है। जब देश में जनता बिना डरे बोल सके, तब मजबूत होता है। बंगलादेश लड़ाई के समय देश मजबूत था। सेना और सरकार के बीच मे मजबूत रिश्ता था। हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था मजबूत थी। इसीलिए पाकिस्तान को 13 दिन में हराया।
राहुल गांधी ने कहा कि आज वह समय नहीं है। मीडिया वाले जितना भी कह लें। हवाई जहाज, टैंक से देश मजबूत नहीं होता। मैं वो दिन कभी नहीं भूल सकता जब मुझे स्कूल में बताया गया कि श्रीमती इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। ऐसे ही बताया कि मेरे पापा शहीद हो गए। गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि गंगा में बहुत लोगों ने स्नान किया, लेकिन ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान में केवल एक ही व्यक्ति ने गंगा स्नान किया है। वहां योगीजी को अनुमति नहीं दी, बाकी का तो छोड़ो। श्री मोदी एक ही हिंदुस्तानी हैं, जो गंगा में स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार उत्तराखंड में तब आएगा जब छोटे व्यापारियों की मदद होगी। दो-तीन पूंजीपतियों को पूरा धन देने से उत्तराखंड आगे नहीं जा सकता। कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी, लेकिन किसानों के लिए बनाएगी। जनसभा को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित विभिन्न नेताओं ने भी सम्बोधित किया।
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