सीतापुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आज़म खान को लंबी कानूनी लड़ाई और 23 महीने की कैद के बाद मंगलवार को सीतापुर जिला कारागार से रिहाई मिल गई। रामपुर न्यायालय से ढाई हजार रुपये का जुर्माना और 3,000 रुपये के दो दस्तावेज ईमेल के जरिए जेल प्रशासन को प्राप्त होने के बाद उनकी रिहाई की प्रक्रिया पूरी की गई। आजम खान को जेल से लेने उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म और अदीब खान सीतापुर पहुंचे। रिहाई की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में सपा समर्थक जेल के बाहर जमा हो गए। हालांकि, प्रशासन ने एहतियातन सख्ती बरतते हुए भीड़ को नियंत्रित किया।
एडिशनल एसपी आलोक सिंह ने धारा 163 (पूर्व धारा 144) का हवाला देते हुए अनाउंसमेंट कर जेल परिसर को खाली कराया। इस दौरान लहरपुर से संसद रुचि वीरा, सपा विधायक अनिल वर्मा, महमूदाबाद के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा और जिला अध्यक्ष छत्रपाल यादव भी अपने समर्थकों के साथ मौजूद रहे। उन्हें भी पुलिस ने सुरक्षा कारणों से जेल परिसर से दूर कर दिया। पूरे इलाके में पुलिसकर्मियों समेत भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। आजम खान की रिहाई से सपा कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। राजनीतिक गलियारों में भी इसे सपा की रणनीति और आगामी चुनावी समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।











