देहरादून। उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों से जुड़ी अनैतिक घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य में हाल ही में होटल और ढाबों में खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। सोशल मीडिया पर इन घटनाओं के वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित संज्ञान लिया और पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। राज्यभर के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे होटल, ढाबों और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मचारियों का शत-प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, इन प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने और खाद्य व्यवसायों पर विशेष निगरानी रखने पर जोर दिया गया है। पहली कार्रवाई मसूरी क्षेत्र में की गई, जहां आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और खाद्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर रैंडम चेकिंग कराने के निर्देश भी दिए हैं। खाद्य पदार्थों में थूकने जैसी हरकतों को रोकने के लिए पुलिस ने धारा 274 BNS और उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 81 के तहत अभियोग पंजीकृत करने की बात कही है। यदि इन घटनाओं से धार्मिक या सांस्कृतिक भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो धारा 196 (1) (बी) और 299 के अंतर्गत भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि “इस तरह के किसी दुष्कृत्य के लिए उत्तराखंड में कोई स्थान नहीं है। यदि कोई इस तरह की हरकतें करते हुए पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। इस तरह की घटनाओं से न केवल खाद्य पदार्थ दूषित होते हैं, बल्कि भावनाएं भी आहत होती हैं। हम ऐसी घटनाओं पर कठोर कार्यवाही करेंगे।”