देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बड़े चीनी निवेश घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में गुड़गांव, हरियाणा से गिरोह के सरगना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों भारत में ऑनलाइन वर्क-फ्रॉम-होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के प्रमुख सदस्य थे। इस गिरोह ने एक महिला पीड़िता को 21 लाख रुपये से अधिक की ठगी का शिकार बनाया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, आयुष अग्रवाल ने बताया कि जून 2024 में पीड़ित ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसे टेलीग्राम के माध्यम से वर्क फ्रॉम होम के लालच में फंसाकर ठगा गया था। ठगों ने खुद को Harvey Norman नामक कंपनी के अधिकारी बताकर पीड़ित से बड़ी धनराशि ठग ली।
पीड़ित को टेलीग्राम ग्रुप “Harvey’s Appliances Crew 1319” में जोड़ा गया था और उसे एक फर्जी वेबसाइट पर काम करने के लिए कहा गया। शुरुआत में पीड़ित को कुछ धनराशि दी गई, लेकिन बाद में उसे और अधिक पैसे जमा कराने के लिए प्रेरित किया गया। कई बार पैसे जमा कराने के बाद, जब पीड़ित ने बड़ी रकम निकालने का प्रयास किया, तो उसे सुरक्षा जमा राशि के नाम पर और धनराशि जमा कराने के लिए कहा गया। अंततः पीड़ित को समझ में आया कि वह साइबर ठगों का शिकार हो चुका है। एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस की टीम ने ठगों के बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और अन्य डिजिटल साक्ष्यों का पता लगाया और जांच के दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के कब्जे से पांच मोबाइल फोन, पांच क्रेडिट कार्ड, नौ एटीएम कार्ड और दो आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। आरोपी ने पीड़ितों से ठगे गए पैसे को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेशों में स्थानांतरित किया था। गिरफ्तार आरोपियों में प्रथम शौकीन (24 वर्ष), सुभाष शर्मा (25 वर्ष) और मुकुल गोधारा (20 वर्ष)। ये दुबई और अन्य विदेशी साइबर ठगों के संपर्क में थे और फर्जी बैंक खातों का उपयोग कर धनराशि को क्रिप्टोकरेंसी में बदलते थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन जॉब ऑफर्स और निवेश योजनाओं से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम स्टेशन में शिकायत करें।