देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बार फिर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की सहायक अध्यापक (एलटी) भर्ती परीक्षा में नकल कराने की कोशिश को विफल कर दिया है। एसटीएफ ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी परीक्षाओं को पारदर्शी और सुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए एसटीएफ लगातार निगरानी कर रही है। पकड़े गए आरोपियों में गिरोह का मास्टरमाइंड ऊधम सिंह, जो 12वीं पास है, और उसका साथी अनुपम कुमार शामिल हैं। ऊधम सिंह इससे पहले भी उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा मेरठ में भर्ती परीक्षा की धांधली के मामले में जेल जा चुका है।
एसटीएफ को कुछ समय पहले सूचना मिली थी कि ऊधम सिंह, जो मेरठ का रहने वाला है, अपने साथी के साथ उत्तराखंड सहायक अध्यापक (एलटी) भर्ती परीक्षा में नकल कराने की योजना बना रहा है। एसटीएफ ने इस जानकारी के आधार पर हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र के बाहर से ऊधम सिंह और उसके साथी अनुपम कुमार को फर्जी प्रवेश पत्र के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में ऊधम सिंह ने बताया कि वह बिहार के अनुपम कुमार को परीक्षा में नकल कराने के लिए बुलाया था। उन्होंने कुलदीप नाम के अभ्यर्थी के स्थान पर अनुपम कुमार को परीक्षा दिलवाने की योजना बनाई थी, जिसके बदले में 16 लाख रुपये की डील हुई थी। गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ ने एक फर्जी प्रवेश पत्र और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए।
एसटीएफ को इस गिरोह के बारे में और जानकारी मिली है, जिस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में उधम सिंह, निवासी मेरठ, उत्तर प्रदेश, और अनुपम कुमार, निवासी पटना, बिहार, शामिल हैं। एसटीएफ की इस सफलता में निरीक्षक अबुल कलाम, निरीक्षक नन्द किशोर भट्ट, और अन्य एसटीएफ के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। गिरफ्तारी के बाद दोनों अभियुक्तों के खिलाफ उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।
Comments 2