हल्द्वानी। खनन रॉयल्टी और गाड़ियों के फिटनेस निजी हाथों में देने के विरोध में हल्द्वानी में खनन कारोबारी पिछले तीन महीनों से अलग-अलग तरीकों से धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का काम कर रहे हैं, लेकिन तीन महीने बाद भी खनन करबारियों की मांग पूरी नहीं होने से उनमें लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है और उनका धैर्य जवाब देता जा रहा है। सोमवार को भारी संख्या में खनन कारोबारियों ने हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में एकत्रित हुए जहां अर्धनग्न होकर सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कोर्ट तक पहुंचे, जहां सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। खनन कारोबारी अर्धनग्न होकर सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सड़क पर उतरे खनन कारोबारियों ने कहा कि तीन महीने बाद भी गौला नदी पर खनन का कार्य शुरू नहीं हो पाया है, ऊपर से सरकार ने अब गौला नदी से निकलने वाले खनन रॉयल्टी को निजी हाथों में दे दिया है। जिसके चलते उनके कारोबार पर संकट खड़ा होने लगा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में सरकारी एजेंसी के माध्यम से नदियों से खनन कार्य होता रहा है, लेकिन सरकार ने अब खनन रॉयल्टी को निजी हाथों में दे दिया है। इसके अलावा वाहनों की फिटनेस को भी निजी हाथों में सौंप दिया है, जिसके चलते अब वाहन स्वामी के ऊपर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। कारोबारियों ने सख्त लहजे में कहा कि पूर्व की भांति नदियों से खनन कराया जाए, साथ ही फिटनेस को भी परिवहन विभाग द्वारा किया जाए, वरना वे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे।