हल्द्वानी। रक्षा जैव ऊर्जा अनुसंधान (डीआरडीओ)गोरापडाव (डिबेर) में हीरक जयन्ती के अवसर पर किसान जवान विज्ञान मेला का शुभारम्भ केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भटट ने दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने 6 नई अनुसंधान सुविधाओं का भी उद्घाटन किया, जिनमें बायोमास और प्लाज्मा आधारित गैसीकरण प्रणाली, सभी मौसम के लिए बायोमेथेनेशन संयंत्र, प्लाज्मा गैसीकरण प्रणाली, स्वचालित फर्टिगेशन प्रणाली और उच्च ऊंचाई वाले सीवेज उपचार परीक्षण तल शामिल हैं। किसान जवान विज्ञान मेले में मंत्री अजय भटट द्वारा प्रगतिशील किसानों और शोधकर्ताओं को सम्मानित किया गया तथा कारगिल नायकों और युद्ध विधवाओं और सेना इकाइयों और अर्धसैनिक बलों को 20 पुरस्कार, उद्योग और एमएसएमई को 20 पुरस्कार, और शिक्षा क्षेत्र में शोधकर्ताओं को 5 पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही मंत्री भटट द्वारा टाईप द्वितीय आवासीय भवन का भूमि पूजन भी किया गया। प्रदर्शनी में जैविक खेती, प्रौद्योगिकी गहन खेती, सौर ऊर्जा, हाइब्रिड ऊर्जा प्रणाली के प्रदर्शनी स्टॉल प्रमुख रूप से प्रदर्शित किए गए हैं। मेले के दौरान डीआईबीईआर ने बेहतर पैदावार वाले गुणवत्ता वाले बीज, पौधे और फलदार पौधे भी वितरित किए तथा मेले में ड्रोन के द्वारा प्रदर्शन किया गया।
राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि ये अनुसंधान एवं विकास सुविधाएं और उत्पाद भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान को प्रदर्शित करते हैं, और सैनिकों की युद्ध क्षमता में सुधार करेंगे। उन्होंने कहा आर्गेनिक उत्पादों को बढावा देना संस्थान का मुख्य उददेश्य है। उन्होंने कहा कि आज लोग रासायनिक उत्पादों को पसंद नही कर रहे है डिबेर संस्थान द्वारा केमिकल रहित उर्वरकों का प्रयोग कर उत्पादन उत्पन्न किये जा रहे है जिससे बीमारियों का खतरा नही होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सीमान्त पर्वतीय क्षेत्रों में डिबेर की योजनाओं के द्वारा लोग लाभान्वित हो रहे है। मंत्री भटट ने मेले में लगे स्टालों का भी निरीक्षण किया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक डा0 मोहन सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, साकेत अग्रवाल, नरेन्द्र मेहरा, नवीन भटट, लक्ष्मण खाती,देवेन्द्र सिह, कार्तिक हर्बोला, मुकेश बेलवाल, पूर्व मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, विरेन्द्र बिष्ट, दीपक जोशी मुकेश जोशी के साथ ही डीबेर के महानिदेशक डा0 यूके सिंह, सेंटर हैड डा0 देवाकान्त प्रसाद सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 अनफाल,डा0 एमसी जोशी, बिग्रेडियर संयज भल्ला, देवेन्द्र कुमार, कर्नल योगेन्द्र सांगवान, करण के साथ ही डिबेर संस्था के वैज्ञानिक, बडी संख्या में किसान एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।