हल्द्वानी। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय अक्टूबर 2025 में अपने स्थापना के 20 वर्ष पूरे करने जा रहा है और इस अवसर पर विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले त्रिदिवसीय “स्वर्णिम सफलता उत्सव” से होगी। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कुलपति प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि यह आयोजन महज एक उत्सव नहीं, बल्कि गहन अकादमिक संवाद और विमर्श का मंच होगा, जिसमें शोधार्थी, पूर्व छात्र और विशेषज्ञ अनुभव साझा करेंगे। तीन दिन तक अकादमिक व्याख्यान, पैनल चर्चा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए विश्वविद्यालय में सहभागिता और संवाद का नया अध्याय जोड़ा जाएगा।
कुलपति ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया के मद्देनज़र विश्वविद्यालय का फोकस अधिक से अधिक छात्रों तक पाठ्यक्रमों की जानकारी पहुँचाने पर है। प्रचार-प्रसार के पहले चरण में मैदानी क्षेत्रों में अभियान चलाकर सरकार के संबंधित मंत्रियों व अधिकारियों से तकनीकी सहयोग का आश्वासन लिया गया, जबकि दूसरा चरण पहाड़ी क्षेत्रों में 18 से 24 अगस्त और अंतिम चरण 1 से 8 सितंबर तक शेष क्षेत्रों में चलेगा। थर्ड जेंडर समुदाय के लिए विशेष प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है, जिसका उद्देश्य उन्हें पारंपरिक पेशों से हटाकर स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को विश्वविद्यालय का सामुदायिक रेडियो “हैलो हल्द्वानी” एप लॉन्च होगा, जिससे देशभर के विद्यार्थी सूचना और व्याख्यान सुन सकेंगे। विद्यार्थियों की शंकाओं के समाधान के लिए हेल्पडेस्क का समय बढ़ाकर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कर दिया गया है। शीघ्र ही आईआईटी रुड़की के साथ एमओयू साइन होगा, जिससे तकनीकी उन्नयन में मदद मिलेगी। मानविकी विद्याशाखा के निदेशक प्रो. गिरिजा प्रसाद पांडे ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय ने बंगाल इंजीनियरिंग के साथ एमओयू किया है, जिसके तहत सैनिक महिलाओं और सैनिक विधवाओं को निशुल्क पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे।

प्रबंधन अध्ययन विद्याशाखा की प्रो. मंजरी अग्रवाल ने कार्यक्रम का विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि पहले दिन शोधार्थियों से कुमांऊ विवि के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत, बीबीसी के पूर्व पत्रकार राजेश जोशी और एमबीपीजी कॉलेज के डॉ. सी.एस. नेगी संवाद करेंगे। दूसरे दिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रो. दुर्गेश पंत और एफआरआई के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक संबोधित करेंगे, जबकि 15 अगस्त को झंडारोहण, कुलपति का संबोधन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। इस अवसर पर वित्त नियंत्रक सूर्यप्रताप सिंह, प्रो. राकेश चन्द्र रयाल, प्रो. आशुतोष भट्ट, प्रो. कमल देवलाल, डॉ. राजेन्द्र कैड़ा, कुमार मंगलम, राजेश जोशी, विनीत पौड़ियाल सहित विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।






