देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून जिला पुलिस ने एक अपहृत बालिका को उत्तर प्रदेश के बरेली से बुधवार को सकुशल बरामद किया है जबकि एक अन्य बालिका के अपहरण मामले में फरार अपहरणकर्ता युवक को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक बीते 15 मार्च को कोतवाली डोईवाला पर स्थानीय निवासी शिकायतकर्ता ने अपनी 10 वर्षीय नाबालिग पुत्री के बिना बताए घर से कहीं चले जाने की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने उसको सम्भवत: किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर अपहरण की आशंका जताई। नाबालिग की बरामदगी हेतु गठित पुलिस टीम को नाबालिग अपहर्ता को बरेली (उत्तर प्रदेश) निवासी एक युवक राम सिंह उर्फ प्रिन्स पुत्र नन्हे सिंह, आयु 19 वर्ष, निवासी ग्राम पहाड़पुर, थाना शेरगढ, जिला बरेली,उ0प्र0 द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाने की जानकारी मिली। जिस पर तत्काल एक टीम बरेली भेजी गई। जिसने मंगलवार को उक्त गांव से अभियुक्त के कब्जे से 10 वर्षीय अपहृता को सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही, उपरोक्त अभियुक्त को नियमानुसार गिरफ्तार कर को देहरादून लाया गया।
इधर इससे पूर्व, 19 दिसंबर, 2023 को थाना रायपुर निवासी एक महिला द्वारा थाना पर अपनी नाबालिग पुत्री के गुम होने के सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र दिया गया, जिस पर धारा 363 भादवि बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना उ0नि0 हेमलता के सुपुर्द की गयी। गुमशुदा/अपहृता की बरामदगी हेतु गठित पुलिस टीम को उक्त अपहृता को अभियुक्त द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ भगाकर बिहार ले जाने की सूचना मिली थी। इस पर, अभियुक्त आनन्दी कुमार पुत्र रविन्द्र कुमार मांझी, निवासी आमगाछी कालोनी, थाना पलासी, जिला अररिया, बिहार, उम्र 21 वर्ष के घर पहुंची पुलिस ने वहां से अपहृत नाबालिग बालिका को बरामद किया था। जबकि अभियुक्त अपने घर से फरार पाया गया। चिकित्सकीय जांच में नाबालिग बालिका गर्भवती पाई गई। तब से फरार अपहरणकर्ता लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। उन्होंने बताया कि इस बीच, देहरादून पुलिस को मुखबिर से पता चला कि उक्त अभियुक्त पठानकोट (पंजाब) से न्यायालय में आत्मसमर्पण हेतु देहरादून निकला है। जिस पर पुलिस टीम ने आज उसे गुजरोवाली में उसके भाई के घर से गिरफ्तार कर लिया, जिसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।