- प्रत्येक विधानसभा सीट से 7 से 9 प्रत्याशी हो सकते हैं खड़े
अरक़म सिद्दीकी
हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज़। उत्तराखंड में आगामी वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे, जिसमे सभी राष्ट्रीय व राज्य पार्टियों के दिग्गज व ज़मीनी नेताओं अगामी विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली से देहरादून तक अपने बिसाते व गोटे बिछानी शुरू कर दी।
आपको बताते चले कि आगामी विधानसभा चुनाव को आयोजित होने महज़ 7-8 माह रह गए। जिसके लिए सभी पार्टियों के नेताओ ने अपनी तैयारी ज़ोरो शोरो से शुरू कर दी है।
अनुमान लगाया जा रहा है इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत रोमांच भरा हो सकता है, क्योकि इस बार सभी 70 विधानसभा सीटो पर वोटरों से ज़्यादा प्रत्याशी खड़े होंगे।
आपको ज्ञात हो कि विगत वर्षों में अभी तक सिर्फ इंडियन नेशनल कांग्रेस यानी कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा, समाजवादी पार्टी यानी सपा, उत्तराखंड क्रांति दल यानी यूकेडी, बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा ही उत्तराखंड की 70 विधानसभाओ ऊपर अपना उम्मीदवार उतारती थी।
लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में कुछ अगल ही होने जा रहा है।
वो ऐसे की इस बार आम आदमी पार्टी यानी आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटो पर चुनाव लगने की घोषणा की है।
तो वही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी उत्तराखंड की चंद सीटों पर अपने उम्मीदवार उतरने की घोषणा की है।
इधर उत्तराखंड की नेत्री भावना पांडेय ने हल्द्वानी रामपुर स्थित एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस पर अपनी पार्टी जनता कैबिनेट से भी उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
अब सोचनीय विषय यहां हैं कि प्रदेश में ज़्यादातर पार्टियां प्रदेश की 70 विधानसभाओ पर चुनाव लड़ने की घोषणा की।
अनुमान लगाया जा रहा है कि उत्तराखंड की प्रत्येक विधानसभा सीट से लगभग 7-9 प्रत्याशी निर्दलीय प्रत्याशी को लगातार खड़े होंगे।
ऐसी स्थिति में जनता को काफी कशमकश से जूझना पड़ेगा, क्योंकि इतने प्रत्याशियों में से किसी एक को अपना अमूल्य वोट देना काफी मुश्किल सा हो जाता है।
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