कालाढूंगी। नैनीताल के कोटाबाग क्षेत्र में हुए गोलीकांड में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के पीछे जुए में हार और नशे की वजह बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध हथियार भी बरामद किया है। नैनीताल एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की अराजकता या गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और ऐसे अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। पुलिस के अनुसार, घटना 15 नवंबर 2024 की है, जब कोटाबाग के कप्तानगंज निवासी मनोज रजवार ने अपने चचेरे भाई विक्रम रजवार पर गोली चलाने की शिकायत दर्ज कराई। विक्रम को गंभीर स्थिति में सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शिकायत के आधार पर कालाढूंगी थाने में मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
जांच में पता चला कि घटना ग्राम देचोरी के एक निर्माणाधीन मकान में हुई, जहां सात लोग जुए में शामिल थे। इनमें आरोपी प्रदीप पांडे उर्फ मोंटू और रितेश कुमार उर्फ बबली जुए में हार गए थे। प्रदीप के पास एक अवैध कट्टा था, जो उसने रितेश को दिया, और गुस्से में रितेश ने विक्रम पर गोली चला दी। एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र और सीओ रामनगर भूपेंद्र सिंह भंडारी के निर्देशन में थानाध्यक्ष पंकज जोशी की टीम ने मुखबिरों की मदद से आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। टीम ने योजनाबद्ध तरीके से पुराने पुल के पास से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त अवैध कट्टा और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया। पूछताछ में आरोपियों ने जुए में हारने और नशे में होने के कारण घटना को अंजाम देने की बात कबूल की। पुलिस ने इनके खिलाफ 3/25 आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ी हैं। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।