हल्द्वानी। सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक से विजिलेंस अधिकारी बन कर रंगदारी ऐंठने वाले दो पत्रकारों समेत तीन आरोपियों को नैनीताल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नोएडा की कथित महिला पत्रकार फरार है। मिली जानकारी के अनुसार 18 मई को हल्द्वानी में सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक उमेश चंद्र कोठारी से कुछ लोगों ने विजिलेंस के नाम पर एक लाख रुपये की रंगदारी ऐंठ ली थी। इनमें एक महिला साक्षी भी शामिल थी। इस पूरे घटनाक्रम में आरोपियों ने महिला पत्रकार को विजिलेंस का अधिकारी बनाया। चारों आरोपी सिंचाई विभाग के कार्यालय पहुंच गये। आरोप है कि पीड़ित को एक वीडिया दिखा कर दबाव में ले लिया और एक लाख रुपये ऐंठ लिये। पीड़ित ने अगले दिन इस मामले की शिकायत हल्द्वानी पुलिस को सौंपी।
पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। इनमें एक आरोपी की पहचान भूपेन्द्र सिंह पन्नू निवासी बाजपुर, ऊधमसिंह नगर के रूप में हुई।
आरोपी ऊधम सिंह नगर में एक इलैक्ट्रोनिक चैनल का संवाददाता है तथा राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त है।
पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर छापा मारा लेकिन आरोपी हाथ नहीं आया। आखिरकार उसे तीन अन्य आरोपियों के साथ चंपावत के मनीहार गोठ उसकी ससुराल से गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य आरोपियों में सौरभ गावा निवासी शांति बिहार, रूद्रपुर व इनका साथी सुंदर निवासी कालोनी नंबर-2, गूलरभोज, ऊधम सिंह नगर शामिल है। फर्जी विजिलेंस अधिकारी साक्षी सक्सेना नोएडा की रहने वाली है और फरार है। बताया जा रहा है कि वह भी पत्रकार है। पुलिस अधीक्षक अपराध जगदीश चंद्र ने बताया कि हल्द्वानी में पकड़े गये आरोपी विजिलेंस अधिकारी बन कर गये थे। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है। सुंदर आरोपियों के साथ चालक बनकर गया था। मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सिंह पन्नू पर बाजपुर में अमानत में खयानत के एक मामले में अभियोग पंजीकृत है, जबकि सौरभ गाबा रंगदारी के मामले में पहले भी जेल की हवा खा चुका है।