
नैनीताल। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर नैनीताल पुलिस ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बयान जारी किया है। वीडियो में एक सिपाही और पर्यटक के बीच हुई कहासुनी को लेकर पुलिसकर्मी पर दुर्व्यवहार के आरोप लगाए जा रहे थे। मामले की जांच के बाद पुलिस ने कहा है कि वायरल वीडियो में दिखाई जा रही कहानी एकतरफा है और पूरी सच्चाई इससे अलग है। पुलिस द्वारा कराई गई सीसीटीवी फुटेज और मामले की जांच में सामने आया कि पर्यटक ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए गलत दिशा से पहले से भरी पार्किंग में प्रवेश का प्रयास किया। ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने नियमानुसार उसे अन्य पार्किंग में वाहन खड़ा करने को कहा। इसके बावजूद पर्यटक ने वाहन पार्क कर सिपाही से बहस की और जानबूझकर वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।
सिपाही ने वीडियो बनाने से मना किया, लेकिन न तो कोई मारपीट हुई और न ही दुर्व्यवहार की पुष्टि हो पाई। हालांकि, वायरल वीडियो के चलते सिपाही को फिलहाल लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले की जांच एसपी क्राइम नैनीताल को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि अगर जांच में यह सिद्ध हुआ कि पर्यटक ने जानबूझकर गलत जानकारी के साथ वीडियो को वायरल किया है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। नैनीताल पुलिस ने पर्यटकों और नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर किसी भी वीडियो या सूचना को साझा करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर परखें। साथ ही, सभी से आग्रह किया गया है कि वाहन केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही पार्क करें और ट्रैफिक पुलिस व प्रशासन का सहयोग करें, ताकि शहर में यातायात व्यवस्था सुरक्षित और सुचारु बनी रह सके।