- एसटीएफ और पुलिस की घेराबंदी के बाद बदमाश को लगी गोली, अस्पताल में भर्ती
हरिद्वार। उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने संयुक्त अभियान में जिला कारागार हरिद्वार से फरार हत्यारे पंकज वाल्मीकि को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। फरार कैदी पंकज को पकड़ने के लिए पुलिस ने महीनों से जाल बिछा रखा था। बुधवार देर रात हुई इस मुठभेड़ में खुद को घिरता देख बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली बदमाश के पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। घायल बदमाश को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है। एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पिछले साल दशहरे के मौके पर जिला कारागार हरिद्वार में रामलीला का मंचन हो रहा था। इस दौरान कैदी पंकज और रामकुमार को वानर सेना में अभिनय करने का मौका मिला। रामलीला की आड़ में दोनों कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद से ही पुलिस लगातार फरार कैदियों की तलाश में जुटी थी। इनमें से रामकुमार को पहले ही यमुनानगर से गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि पंकज की गिरफ्तारी पर ₹50,000 का इनाम रखा गया था।
जेल से फरार होने के बाद पंकज पूरी तरह से पुलिस के रडार से बचने की कोशिश कर रहा था। उसने कोई भी मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं किया और लगातार ठिकाने बदलता रहा। लेकिन एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस की कड़ी निगरानी के चलते वह ज्यादा समय तक छिप नहीं पाया। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि फरारी के दौरान उसे किसने शरण दी और क्या इस घटना में किसी बड़े अपराधी गिरोह का हाथ था। अभियुक्त पंकज वाल्मीकि हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र का रहने वाला है और इससे पहले भी उसे उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। अब जेल से फरार होने के बाद पुलिस की कोशिश है कि इस मामले से जुड़े हर पहलू की गहराई से जांच की जाए और पंकज को उसके अपराधों की सजा दिलाई जाए। इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी में उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस के अधिकारियों व जवानों की अहम भूमिका रही।