रामनगर। उत्तराखंड के प्रतिष्ठित कार्बेट टाइगर रिजर्व से मंगलवार सुबह एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई, जब कालागढ़ रेंज के लक्कड़घाट बीट स्थित मैग्जीन सोत क्षेत्र में दो बाघ शावकों के क्षत-विक्षत शव बरामद किए गए। गश्त और कॉम्बिंग के दौरान वन विभाग की टीम को पहले शावक का शव मैग्जीन सोत के एक छोर पर मिला, और थोड़ी ही दूरी पर दूसरे शावक का शव भी सड़ी-गली अवस्था में दिखाई दिया। दोनों शावकों के शवों के सभी अंग — दांत, नाखून, हड्डियाँ और खाल मौके पर ही पाए गए। सूचना मिलते ही वन विभाग के उच्चाधिकारी और विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में तत्काल सघन गश्त कर संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने की कोशिश की गई, लेकिन फिलहाल कोई आपराधिक गतिविधि या अन्य संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
घटनास्थल पर नर बाघ की मौजूदगी के पगमार्क पाए गए हैं, जिससे प्रथम दृष्टया आशंका जताई जा रही है कि यह घटना एक नर बाघ द्वारा क्षेत्रीय संघर्ष या शिकारी प्रवृत्ति के कारण की गई हो सकती है। वन्यजीव विभाग ने पशु चिकित्सकों की देखरेख में निर्धारित मानकों और एसओपी के अनुसार दोनों शावकों का मौके पर ही शव विच्छेदन कर निस्तारण किया। घटनास्थल पर उप निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व राहुल मिश्रा, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ बिंदर पाल, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव कुमार, डॉ. हिमांशु पांडे, WWF प्रतिनिधि फैजान अंसारी, टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन के ए.जी. अंसारी, वन क्षेत्राधिकारी मनीष कुमार, वन दरोगा महेश चंद्र जोशी, भारत सिंह रावत सहित स्थानीय एनजीओ और विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।