हल्द्वानी। लंबे समय से मालिकाना हक की मांग कर रहे दमुवाढुंगा क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अब नवरात्र से यहां प्रारंभिक सर्वे की प्रक्रिया शुरू होगी। शनिवार को कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने स्थानीय लोगों संग जिलाधिकारी से मुलाकात की, जहां जिलाधिकारी ने सर्वे की रूपरेखा साझा की और स्पष्ट किया कि यह काम डीजीपीएस (डिफरेंशियल ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम) तकनीक से किया जाएगा। जिलाधिकारी नैनीताल ने उपजिलाधिकारी राहुल शाह को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी है और निर्देश दिए हैं कि दमुवाढुंगा में शीघ्र ही कैंप कार्यालय स्थापित कर पिलर लगाने का काम भी शुरू किया जाए। उन्होंने स्थानीय लोगों से वार्डवार टीम बनाने की अपील की ताकि सरकारी टीम को सर्वे कार्य में सहयोग मिल सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखकर क्षेत्र की बढ़ती आबादी की जरूरतों पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और सीवर व्यवस्था को देखते हुए कार्य योजना तैयार की जाएगी। करीब 40 हजार आबादी वाले इस क्षेत्र में नगर निगम के 35, 36 और 37 नंबर वार्ड शामिल हैं। विधायक बंशीधर भगत ने बताया कि वे लंबे समय से इस मुद्दे के समाधान के लिए प्रयासरत थे और अब मुख्यमंत्री के फैसले ने लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी करने का मार्ग प्रशस्त किया है। डीजीपीएस सर्वे के बाद दमुवाढुंगा के निवासियों को अपने घरों और जमीनों का मालिकाना हक मिलेगा और साथ ही विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। सरकार के इस निर्णय से दमुवाढुंगा के लोगों में खुशी की लहर है और उम्मीदें जगी हैं कि अब क्षेत्र का भविष्य सुनियोजित ढंग से संवरेगा।






