हल्द्वानी। कुमाऊँ के सबसे बड़े अस्पताल में एक अनूठा मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती अस्थमा के मरीज को चिकित्सालय के स्टाफ ने मृत घोषित कर दिया। जिससे वहां पर काफी देर गहमा गहमी का माहौल बन गया। प्राचार्य डा अरुण जोशी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दरसअल, लामाचौड़ में रहने वाले एक बुजुर्ग को सास की दिक्कत है, जिस पर उन्हें 3 सितंबर को डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया है। रविवार की रात्रि उनके रिश्तेदार उनका हाल चाल पूछने जब अस्पताल पहुंचे और अस्पताल में भर्ती मरीज के बारे में जानकारी ली तो स्टाफ नर्स ने मरीज की मौत होने की जानकारी दी, जिस पर वह हक्के बक्के रह गए। उनसे मिलने आए रिश्तेदारों ने हल्द्वानी एक्सप्रेस न्यूज को बताया कि मरीज की मौत की खबर सुनकर वह भी सदमे में आ गए। इतने में मरीज का पुत्र भी दिखाई दिया तो हम शोक संवेदना व्यक्त करने लगे तो मरीज के पुत्र ने बताया कि उनके पिता तो ठीक है।
मरीज के रिश्तेदारों का कहना है कि चिकित्सा स्टाफ ने उन्हें झूठी जानकारी क्यों दी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मरीजों की देखभाल में लगे चिकित्सा स्टाफ ने जान बूझकर यह हरकत की या फिर गलती से जब हमारे संवाददाता ने प्राचार्य डा. अरुण जोशी से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर इस तरह की हरकत चिकित्सा स्टाफ की तरफ से की गई है तो इसकी जांच कराई जाएगी और उसे दड़ित किया जाएगा। वहीं नर्स सुपरिटेंडेट से जानकारी ली तो उन्होंने भी जांचकर कार्यवाही की बात कही। इधर, मरीज के पुत्र की ओर से एक शिकायती पत्र चिकित्सा अधिक्षक कार्यालय को दिया है।