देहरादून। उत्तराखंड की एसटीएफ ने एक बार फिर वन्यजीव तस्करों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। एसटीएफ ने उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से दो तेंदुए की खालें बरामद हुई हैं। यह कार्रवाई एसटीएफ ने डब्ल्यूसीसीबी (वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो) दिल्ली की सूचना पर की। तेंदुए की खालें क्रमशः 06 और 08 फीट लंबी हैं, जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये बताई जा रही है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत तेंदुए का शिकार एक गंभीर अपराध है। एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि पुरोला क्षेत्र में वन्यजीव अंगों की तस्करी हो रही है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ ने अपनी टीम के साथ छापा मारा और बृजमोहन नाम के तस्कर को गिरफ्तार किया। पुलिस की जांच में पता चला कि तस्कर लंबे समय से इस गैरकानूनी धंधे में लिप्त था और वन्यजीवों के अंगों की तस्करी कर रहा था। एसटीएफ की टीम ने मौके पर से बृजमोहन के पास से दोनों खालों को जब्त कर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि वन्यजीवों की तस्करी के खिलाफ एसटीएफ की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
एसटीएफ के एसपी चन्द्रमोहन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह तेंदुए की खालें बेहद उच्च गुणवत्ता की हैं और इन्हें बेचने की फिराक में आरोपी घूम रहा था।बृजमोहन ने पूछताछ में बताया कि वह लंबे समय से इस अवैध धंधे में शामिल है और वन्यजीवों के अंगों की तस्करी करता है। पुलिस इस मामले में गहनता से छानबीन कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस तस्करी में और कौन लोग शामिल हैं। अगर जांच में अन्य तस्करों की संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई से एसटीएफ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि राज्य में वन्यजीवों की अवैध तस्करी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में वन विभाग से भी जानकारी जुटा रहे हैं। एसटीएफ ने जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें कहीं पर वन्यजीव तस्करी की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस या एसटीएफ को सूचित करें। उत्तराखंड एसटीएफ ने स्पष्ट किया है कि वन्यजीवों के शिकार और तस्करी को रोकने के लिए वे लगातार सख्त कदम उठाते रहेंगे।