देहरादून। हरिद्वार में लंबे समय से सक्रिय कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग पर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। गैंग के दो शातिर सदस्यों मनीष उर्फ बाँलर और पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार कर थाना गंगनहर में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह गैंग हरिद्वार में करोड़ों की अवैध संपत्तियों और पार्किंग ठेकों पर कब्जा जमाने के लिए कुख्यात है और अब तक कई हत्याओं को अंजाम दे चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि प्रवीण वाल्मीकि, जो कभी कुख्यात सुनील राठी गैंग का हिस्सा था, हरिद्वार में रहते हुए हत्या, रंगदारी और अवैध कब्जों के कई मामलों में शामिल रहा है। सितारगंज जेल में रहते हुए भी वह अपने गुर्गों के जरिए करोड़ों की बेशकीमती जमीनों पर कब्जे करा रहा था। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि वर्ष 2014 में श्याम बिहारी नामक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी करोड़ों की संपत्ति पर कब्जे की नीयत से गैंग ने उसके भाई कृष्ण गोपाल की हत्या कर दी थी।
जब श्याम बिहारी की पत्नी रेखा ने संपत्ति गैंग को देने से इनकार किया, तो उनके भाई सुभाष पर भी हमला कराया गया। इसके बाद रेखा और उनका परिवार क्षेत्र छोड़ने को मजबूर हो गया और गैंग ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर उनकी जमीनें बेच दीं। पुलिस के अनुसार, वर्ष 2022 में जेल में बंद प्रवीण वाल्मीकि ने अपने भतीजे मनीष बाँलर और संजय चांदना को एक अन्य कैदी की करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने का प्लान दिया था। आरोप है कि इस दौरान भी कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए और अवैध तरीके से संपत्तियां बेची गईं। एसटीएफ ने देर रात हरिद्वार में दबिश देकर मनीष बाँलर और पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार किया। पूछताछ में गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की जानकारी मिली है, जिनकी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। पुलिस का कहना है कि गैंग द्वारा अब तक कब्जाई गई संपत्तियों की पूरी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।








