रुद्रपुर। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर में हुए एक बड़ी धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने बैंक मैनेजर और कैशियर को गिरफ्तार किया है। वही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विभिन्न टीमों का गठन किया है और संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि मामला तब सामने आया जब वादी कौस्तुभ मिश्र, सक्षम प्राधिकारी / विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी, ऊधम सिंह नगर ने थाना रुद्रपुर में प्रार्थना पत्र दिया। इसमें बताया गया कि एनएच-74 के इण्डसइंड बैंक रुद्रपुर में संचालित CALA USN & PO NHAI NH-74 के संयुक्त बैंक खाते से फर्जी चेक संख्या 215713, 215714 और 215715 के माध्यम से 13.51 करोड़ रुपये की रकम विभिन्न खातों में अनाधिकृत रूप से हस्तांतरित की गई थी। चेकों की रकम और क्लियरेंस से पहले बैंक द्वारा किसी भी प्रकार की सूचना व प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया, जिसके बाद मामला पुलिस के पास गया। एफआईआर नंबर 232/2024 के तहत आईपीसी की धारा 318(4), 336(2), 338 और 340(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
विवेचना के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि बैंक के तीन अलग-अलग चेकों की कूटरचना की गई और धनराशि को विभिन्न खातों में स्थानांतरित किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और बैंक ट्रांजेक्शनों की जांच की और इस मामले में दो मुख्य आरोपियों की पहचान की। आरोपियों में देवेन्द्र सिंह, बैंक मैनेजर, और प्रियम सिंह, कैशियर को 3 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस धोखाधड़ी के लिए फर्जी दस्तावेजों और 7.5 करोड़ रुपये की रकम को भी होल्ड कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में जांच जारी है। संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच और कार्रवाई से अन्य संदिग्ध गतिविधियों का भी खुलासा हो सकता है। इस घटना ने बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा और निगरानी को लेकर गंभीर प्रश्न उठाए हैं और भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।