हल्द्वानी। कुमाऊं के सबसे बड़े नगर निगम हल्द्वानी के चुनाव में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। सोमवार को भाजपा मेयर प्रत्याशी गजराज बिष्ट ने कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, लालकुआं विधायक डॉ. मोहन बिष्ट और पूर्व मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला के साथ प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को समाजवादी पार्टी के समर्थन का जिम्मेदार ठहराते हुए इसे राज्य आंदोलनकारियों और रामभक्तों के साथ धोखा बताया। पूर्व मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हल्द्वानी को 2200 करोड़ रुपए का विकास पैकेज मिला है, जिससे शहर में कई विकास कार्य हुए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा का मेयर बनने पर यह विकास कार्य निरंतर जारी रहेगा। वहीं, गजराज बिष्ट ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जो पार्टी रामभक्तों पर गोली चलाने और राज्य आंदोलनकारी महिलाओं पर अत्याचार के लिए कुख्यात है, उस समाजवादी पार्टी से समर्थन लेना अपनी गिरती साख का प्रमाण दे दिया है।
कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी ने भाजपा के आरोपों पर करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को आरोप लगाने से पहले खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव पर राज्य आंदोलन के दौरान हुए गोलीकांड का आरोप है, उसी नेता को पद्म विभूषण भाजपा सरकार के कार्यकाल में क्यों दिया गया। ललित जोशी ने कहा कि उन्हें राज्य आंदोलनकारी होने का किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है और भाजपा को दूसरों पर कीचड़ उछालने से पहले अपनी सच्चाई पर ध्यान देना चाहिए। हल्द्वानी नगर निगम का यह चुनाव न सिर्फ दोनों दलों की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है, बल्कि जनता के बीच भी इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है। भाजपा विकास कार्यों की निरंतरता का वादा कर रही है, तो कांग्रेस भाजपा पर वादाखिलाफी और राजनीति में दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगा रही है। चुनाव प्रचार के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का यह दौर आगामी दिनों में और तेज होने की संभावना है।