
देहरादून/नैनीताल। प्रदेश में अपराधों पर अंकुश लगाने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए दून और नैनीताल पुलिस एक्शन मोड में नजर आई। देहरादून में किरायेदारों और बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन को लेकर कोतवाली क्षेत्र में बड़े स्तर पर पुलिस अभियान चलाया गया, वहीं नैनीताल में “ऑपरेशन सेनेटाइज” के तहत जिलेभर में सघन चेकिंग और कार्यवाही को अंजाम दिया गया। देहरादून में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली पुलिस द्वारा लक्खीबाग, मुस्लिम कॉलोनी, रीठा मंडी जैसे क्षेत्रों में किरायेदारों, बाहरी व्यक्तियों और घरेलू नौकरों का सत्यापन किया गया। इस दौरान 38 मकान मालिकों द्वारा किरायेदारों का सत्यापन न कराए जाने पर पुलिस अधिनियम के अंतर्गत चालान कर 3 लाख 80 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।

इधर, नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में पूरे जिले में “ऑपरेशन सेनेटाइज” नामक विशेष अभियान चलाया गया। हल्द्वानी, भवाली और रामनगर समेत जिले के सभी थाना-चौकी क्षेत्रों में 1342 घर, दुकानें, फड़-फेरी और संदिग्ध स्थानों की जांच की गई। 352 लोगों का सत्यापन किया गया और नियमों का उल्लंघन करने वाले 31 मकान मालिकों व ठेकेदारों पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। कुल मिलाकर 354 चालान काटे गए और 3 लाख 92 हजार 550 रुपये की धनराशि जुर्माने के रूप में वसूली गई। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने स्पष्ट कहा कि यह अभियान केवल जुर्माना वसूलने का नहीं, बल्कि नागरिकों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम है। उनका कहना है कि पुलिस की सक्रियता से अवांछनीय तत्वों की पहचान आसान होगी और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगेगा।